Khel Khel Mein Review: 'खेल खेल में' खुले कई पुराने राज, अक्षय कुमार की कॉमेडी में दमदार वापसी
अक्षय कुमार फिल्म खेल खेल में के साथ लम्बे वक्त बाद फुल टाइम कॉमेडी में लौटे हैं। उनकी पिछली कॉमेडी फिल्म गुड न्यूज है जो 2019 में आई थी। अक्षय ने इस बीच कई फिल्में कीं जिनमें ड्रामा से लेकर एक्शन कॉमेडी जॉनर को आजमाया गया था। एक्शन के बाद कॉमेडी अक्षय का मजबूत पक्ष माना जाता है। पढ़ें फिल्म का पूरा रिव्यू।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। फिल्म सरफिरा के बाद अब अक्षय कुमार की एक और रीमेक फिल्म खेल खेल में सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म साल 2016 में आई इटैलियन फिल्म का रीमेक है, जिसका अंग्रेजी नाम परफेक्ट स्टेंजर्स (Perfect Strangers) है।
दिलचस्प बात यह है कि इस फिल्म को आठ साल में 24 बार रीमेक किया गया है। गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड्स ने भी इसे सबसे ज्यादा रीमेक की गई फिल्म माना है। अब हिंदी में इसे भारतीय दर्शकों के हिसाब से बनाया गया है। इसमें अक्षय कुमार विशुद्ध रूप से कॉमेडी करते नजर आते हैं।
फिल्म का आइडिया रोचक है। जीवन का अहम हिस्सा बन चुका मोबाइल फोन अपने अंदर कई राज को दबाए रहता है। क्या होगा, अगर इसके अंदर के दबे निजी राज बाहर आने लग जाएं। यह राज या तो जीवन में भूचाल लाएंगे या फिर जिंदगी को सुगम बनाने राह दिखाएंगे। वैसे इससे पहले तमिल में एक प्रेमी जोड़े पर इसी विषय पर फिल्म लव टुडे बन चुकी है। उसे काफी पसंद भी किया गया था।
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क्या है खेल खेल में की कहानी?
फिल्म की शुरुआत में ही ऋषभ मलिक (अक्षय कुमार) के स्वभाव से परिचित करा दिया जाता है। झूठ बोलने में अव्वल ऋषभ की दूसरी पत्नी वर्तिका (वाणी कपूर) लेखिका है। ऋषभ की पहली पत्नी का निधन हो चुका है। उससे उसे एक बेटी है, जो 18 साल की हो चुकी है।
ऋषभ अपनी साली की शादी में शामिल होने के लिए वर्तिका साथ जयपुर जाता है। शादी में उसके दोस्त हरप्रीत (एमी विर्क) और उसकी पत्नी हैप्पी (पन्नू) , समर (आदित्य सील) और उसकी पत्नी नैना (प्रज्ञा जायसवाल) और कबीर (फरदीन खान) भी शामिल होने आते हैं। वर्तिका की शादी से उसके माता-पिता खुश नहीं हैं।रात में सातों लोग ऋषभ के कमरे में इकट्ठा होते हैं। इस दौरान वे खेल खेलते हैं, जिसमें सभी अपना फोन अनलॉक करके उसमें आने वाले संदेश, कॉल और ई-मेल को सार्वजनिक करेंगे। शुरुआती मैसेज के बाद धीरे-धीरे सभी के निजी जीवन की ढकी परतों से पर्दा उठना आरंभ होता है।
समर की जिंदगी का राज नैना को हैरान करता है। वहीं, पति के साथ संबंधों को नॉर्मल करने की कोशिश करती दिखती हैप्पी ने अपनी पति का राज जानकर चुप्पी साध रखी है। कबीर की निजी जिंदगी का सच भी सामने आता है। इनमें ऋषभ का पहलू दिलचस्प है।यह भी पढ़ें: दो बार पहले भी बन चुकी है Khel Khel Mein, फर्स्ट वाली का रीमेक थी अक्षय कुमार की 'खिलाड़ी'?
कैसा है फिल्म का स्क्रीनप्ले?
हैप्पी भाग जाएगी, पति पत्नी और वो जैसी फिल्में दे चुके मुदस्सर अजीज की खेल खेल में साफ सुथरी कॉमेडी फिल्म है। यहां पर तीन दंपती और कबीर के पात्र के जरिए चार मुद्दों को उठाने का प्रयास किया है। इसमें बच्चा पैदा करने को लेकर हरप्रीत का अपनी कमी को छुपाना और हैप्पी का जबरन इलाज कराना, तरक्की के लिए समर का अपनी बॉस के साथ हमबिस्तर हो जाना, संदेह से टूटने की कगार पर पहुंचे ऋषभ और वर्तिका के रिश्ते और समलैंगिता को लेकर कबीर का समाज की सोच का डर जैसे मुद्दे शामिल हैं। यह बेहद आम मुद्दे हैं।यह फिल्म इन मुद्दों की गहराई में जाकर कोई हल नहीं देती। बस उन पर बात करके छोड़ देती है। वहां से कॉमेडी का पुट बना रहता है। इनमें हैप्पी का अपनी दोस्तों से पीठ पीछे नैना और वर्तिका की बुराई करना... ऐसे दृश्य रोचक हैं। फिल्म में ऋषभ अक्सर पहले अपनी पहली पत्नी का नाम लेता है। उसकी वजह स्पष्ट नहीं है। हरप्रीत अपनी प्रेमिका को क्यों नहीं भूला पाया है, जबकि प्रेमिका प्रेम के प्रति कम सेक्स के प्रति ज्यादा आसक्त प्रतीत होती है। समर और नैना के साथ हुए हादसे को बहुत सतही तरीके से दिखाया गया है। ऐसे कई पहलू हैं, जिन्हें बस छुआ गया है। हालांकि, इनके बीच मनोरंजन का मसाला फिल्म को बचा लेता है। इंटरवल के बाद फिल्म में काफी ज्ञान भी देने की कोशिश हुई है।कलाकारों ने अभिनय से जमाया रंग
फिल्म का सबसे बड़ा आकर्षण अक्षय कुमार है। पिछले कुछ समय से फ्लॉप फिल्मों से जूझ रहे अक्षय यहां पर कॉमेडी को लेकर फुल फॉर्म में हैं। यहां पर भी उनके हिस्से में कई ऐसे दृश्य हैं, जो आपको हंसाने में कामयाब होते हैं। वाणी कपूर को भावनात्मक दृश्यों में थोड़ा काम करने की जरूरत है। यह भी पढ़ें: Khel Khel Mein Twitter Review: फ्लॉप से अक्षय कुमार को मिलेगी 'आजादी? दर्शकों को कैसी लगी फिल्मपंजाबी कुड़ी की भूमिका में तापसी पन्नू दिल लूट लेती हैं। आदित्य सील को रोमांस के साथ इमोशन सीन करने का पूरा मौका मिला है। उसमें वह जंचे हैं। आधुनिक लड़की की इस भूमिका में प्रज्ञा जायसवाल का अभिनय सराहनीय हैं। तुनकमिजाज और गुस्सैल स्वभाव के पात्र को एमी विर्क समुचित तरीके से अंगीकार करते हैं। फरदीन खान किरदार में सहज हैं। फिल्म पंजाबी पृष्ठभूमि में सेट है। गीत संगीत भी उसी लय में है। फिल्म शिकार का लोकप्रिय गाना परदे में रहने दो का रीमिक्स कहानी के साथ सुसंगत है। अपने शीर्षक के अनुरूप खेल खेल में यह फिल्म कॉमेडी के साथ बहुत कुछ कह भी जाती है।