Kingdom Of The Planet Of The Apes Review: बुद्धिमान होते ही सियासत करने लगे वानर, इंसान लड़ रहे अस्तित्व की जंग
प्लैनेट ऑफ द एप्स फिल्म सीरीज की रीबूट फिल्म राइज ऑफ द प्लैनेट ऑफ एप्स के साथ शुरू हुआ फ्रेंचाइजी का सफर किंगडम ऑफ द प्लैनेट ऑफ द एप्स तक पहुंच गया है। यह इस फिल्म सीरीज की चौथी मूवी है। कहानी बुद्धिमान हुईं वानर प्रजातियों और मानवों के बीच लड़ाई पर आधारित है। बुद्धि सोचने की ताकत लेकर आती है तो संघर्ष भी साथ आते हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हॉलीवुड में सीक्वल और रीबूट फिल्म सीरीज बनाने की लम्बी परम्परा रही है। प्लैनेट ऑफ द एप्स हॉलीवुड की ऐसी ही फ्रेंचाइजी है, जिसे 2011 में रीबूट किया गया था और तब से इसके तीन सीक्वल आ चुके हैं।
किंगडम ऑफ द प्लैनेट ऑफ द एप्स, इस फिल्म सीरीज का चौथा सीक्वल है, जो शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुका है। देश में फिल्म अंग्रेजी के साथ हिंदी में भी उतारी गई है।
किंगडम ऑफ द प्लैनेट ऑफ द एप्स, 2017 में आई वॉर फॉर द प्लैनेट ऑफ द एप्स (War For The Planet Of The Apes) की सीधी सीक्वल फिल्म है और उसके बाद की घटनाओं को आगे बढ़ाती है। इंसानों और वानरों के बीच अस्तित्व की यह जंग तकनीकी तौर पर शानदार है। हालांकि, कहानी में नयापन नहीं है।
अलग-अलग समूहों के बीच सरवाइवल की लड़ाई पहले भी पर्दे पर देखी जाती रही है। यहां फर्क यह है कि इंसानों का मुकाबला इंसानों से नहीं, बल्कि सोचने-विचारने और साजिशें रचने वाले वानरों से है। वहीं, विभिन्न वानर समूह भी एक-दूसरे पर आधिपत्य करने के लिए जूझ रहे हैं।
क्या है 'किंगडम' की कहानी?
रीबूट सीरीज की चौथी फिल्म की कहानी सीजर की मौत के कई साल (लगभग 300 साल) बाद के कालखंड में दिखाई गई है। एप्स यानी वानरों का धरती पर राज हो चुका है। इंसान अल्पसंख्यक बन चुका है और अपने सरवाइवल के लिए लड़ रहा है। ईगल वंश का चिम्पैजी नोआ इंसानों को अपना दोस्त मानता है।यह भी पढ़ें: Lord Of The Rings फैंस के लिए बेहतरीन खबर! Hobbit के बाद Gollum पर आ रही नई फिल्म सीरीज
नोआ की ट्राइब पर मास्कधारी चिम्पैजी और एप्स हमला बोलते हैं। नोआ के सामने अपने परिवार और ट्राइब को बचाने की जिम्मेदारी है। हालांकि, उसमें सीजर जैसे लीडरशिप स्किल नहीं हैं। नोआ के मकसद में कुछ इंसानी दोस्त मदद करते हैं। नोआ के सामने प्रोक्सिमस सीजर है, जो महत्वाकांक्षी बोनोबो (चिम्पैजी) है। प्रोक्सिमस सीजर इंसानों के हथियारों पर कब्जा करना चाहता है, ताकि उनका वजूद मिटा सके।