Kota Factory Season 3 Review: तीसरे सीजन के साथ लौटी कोटा फैक्ट्री, अलग तेवरों के साथ दिखी जीतू भैया की पलटन
कोटा फैक्ट्री ओटीटी की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सीरीजों में से एक है। इस सीरीज का निर्माण टीवीएफ ने किया है। सीरीज का पहला सीजन 2019 में आया था और अब तीसरा सीजन पांच साल बाद आया है। शो में पंचायत के सचिव जी जितेंद्र कुमार जातू भैया के रोल में नजर आते हैं। उनके अलावा मयूर मोरे और एहसास चन्ना भी अहम किरदारों में हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। देश में इस वक्त नीट (NEET) और नेट (NET) का मुद्दा छाया हुआ है। इन दो परीक्षाओं पर लाखों विद्यार्थियों का भविष्य टिका रहता है और फिलहाल दोनों परीक्षाएं सवालों के घेरे में हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित धांधली के इस माहौल में कोटा फैक्ट्री का तीसरा सीजन नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गया है, जिसकी कहानी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों और कोचिंग संस्थानों में काम करने वाले शिक्षकों के जीवन को दिखाती है।
कोटा फैक्ट्री सीरीज की घटनाएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे लाखों विद्यार्थियों को जोड़ती हैं और यही इस सीरीज के पिछले सीजनों की लोकप्रियता की वजह है। कोटा फैक्ट्री का तीसरा सीजन कोचिंग संस्थानों की आपसी खींचतान से अधिक इसके प्रमुख किरदारों की व्यक्तिगत कहानियों पर केंद्रित रखा गया है।
पंचायत में सचिव जी का किरदार निभाने वाले जितेंद्र कुमार जीतू भैया के रोल में लौटे हैं। जितेंद्र को इसी सीरीज से जीतू भैया का उपनाम मिला है, जो फिजिक्स का टीचर है। कोटा फैक्ट्री का तीसरा सीजन पिछले दोनों सीजनों की विरासत को आगे बढ़ाता है और दर्शक को जोड़कर रखता है।
क्या है तीसरे सीजन की कहानी?
तीसरे सीजन की कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां दूसरा सीजन खत्म हुआ था। जीतू भैया अपने स्टूडेंट की सुसाइड से उबरे नहीं हैं। इस अपराधबोध का उन पर मानसिक रूप से गहरा असर हुआ है और मनोचिकित्सक की मदद ले रहे हैं।यह भी पढ़ें: इस शर्त पर राजेश कुमार ने ज्वाइन किया 'Kota Factory', कहा- मेरा इससे है 36 का आंकड़ा, मेकर्स को कर दिया था आगाह
उनके तीनों प्रिय स्टूडेंट्स वैभव, मीना और उदय अपने एग्जाम की तैयारियों में जुट हैं। जेईई और नीट परीक्षाएं पास करने के मकसद के अलावा उनकी अपनी-अपनी चुनौतियां भी हैं। मीना के परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। वो ट्यूशन पढ़ाना शुरू करती है।वैभव का मिजाज बदलते देख वर्तिका नये स्टडी पार्टनर की तलाश में है। शिवांगी नीट की तैयारी के दवाब में है। ये सभी कैसे अपनी-अपनी समस्याओं का सामना करते हैं, इसे कहानी में पिरोया गया है। तीसरे सीजन को पांच एपिसोड्स में बांटा गया है।