Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Made In Heaven 2 Review: शादियों की चकाचौंध में रिश्तों के अंधेरों पर फोकस, मोना सिंह की यादगार एंट्री

    By Manoj VashisthEdited By: Manoj Vashisth
    Updated: Thu, 10 Aug 2023 01:38 PM (IST)

    Made In Heaven 2 Review मेडन इन हेवन का पहला सीजन 2019 में आया था। दूसरा सीजन पूरे चार साल बाद स्ट्रीम हो रहा है। इस सीरीज की क्रिएटर जोया अख्तर और रीमा कागती हैं। अलंकृता श्रीवास्तव के साथ लेखन भी किया है। इन तीनों ने निर्देशन की कमान भी संभाली है। नीरज घेवान और नित्या मेहरा ने भी एपिसोड निर्देशित किये हैं।

    Hero Image
    मेड इन हेवन 2 प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो गयी है। फोटो- इंस्टाग्राम

    नई दिल्ली, जेएनएन। Made In Heaven 2 Review: अमेजन प्राइम वीडियो पर बेहद चर्चित सीरीज मेड इन हेवन का दूसरा सीजन स्ट्रीम कर दिया गया है। यह सीरीज दिल्ली के दो वेडिंग प्लानर्स की कहानी है, जो बड़ी-बड़ी शादियां करवाते हैं। इसी क्रम में सीरीज उन वेडिंग प्लानर्स की निजी जिंदगी और शादी करने वाले जोड़ों और उनके संबंधियों के जरिए रिश्तों के अलग रंग और रूप दिखाती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दूसरा सीजन पहले के मुकाबले रोमांच के स्तर पर हल्का है, मगर जज्बात के मामले में ज्यादा गहरा है। इस बार कुछ नये किरदार और कलाकारों की उपस्थिति सीजन को दिलचस्प बनाती है। कुछ कहानियां साधारण हैं तो कुछ चौंकाती हैं। बाहर से चमकदार और साफ-सुथरे दिखने वाले रिश्ते अंदर से कितने स्याह और खोखले हो सकते हैं, मेड इन हेवन 2 यह दिखाने में ज्यादा मारक है। 

    क्या है मेडन इन हेवन सीजन 2 की कहानी?

    'मेड इन हेवन' का पहला सीजन 2019 में आया था। चार साल बाद दूसरा सीजन स्ट्रीम हुआ है। इस फासले को कम करने के लिए लगभग 5 मिनट का रीकैप दिया गया है, ताकि सीरीज के मिजाज से तालमेल बिठाया जा सके।

    दूसरे सीजन की कहानी पिछले सीजन के सिर्फ छह महीने बाद के कालखंड में स्थापित की गयी है। शुरुआत तारा (शोभिता धुलिपाला) और करण (अर्जुन माथुर) से होती है। दोनों बिजनेस डाउन होने से परेशान हैं।

    इसे पटरी पर लाने के लिए नये पार्टनर जौहरी (विजय राज) को जोड़ा जाता है। उसकी पत्नी बुलबुल जौहरी (मोना सिंह) ऑडिटर के रूप में उन्हें ज्वाइन करती है। 

    दूसरे सीजन का अंत तारा के तलाक पर होता है। वो एलिमनी में खन्ना से घर ले लेती है। करण अपनी रिलेशनशिप में अभी भी संघर्ष कर रहा है। कैंसर से उसकी मां का निधन हो जाता है।

    सात एपिसोड्स में 9 शादियां दिखायी गयी हैं। सीरीज की क्रिएटर जोया आख्तर और रीमा कागती हैं, जिन्होंने एक-एक एपिसोड का निर्देशन भी किया है। इन दोनों के अलावा नीरज घेवान ने दो, अलंकृता श्रीवास्तव ने दो और नित्या मेहरा ने एक एपिसोड निर्देशित किया है।

    कैसा है स्क्रीनप्ले और कलाकारों का अभिनय?

    तारा और करण की अपनी कहानी के साथ सब प्लॉट्स में दिल्ली की भव्य, महंगी और आलीशान शादियों की कहानियां साथ-साथ चलती हैं।

    View this post on Instagram

    A post shared by prime video IN (@primevideoin)

    इन कहानियों के किरदारों के जरिए विभिन्न मुद्दों को उठाया गया है। मसलन, रंग भेद, जातिवाद और घरेलू हिंसा को कहानियों में ढाला गया है। ये लेखन की खूबसूरती है कि इतने सारे मुद्दों को एक साथ दिखाने के बावजूद सीरीज उलझाती नहीं है और ना ही बोझिल लगती है।

    हर एपिसोड एक नई शादी के साथ शुरू होता है और फिर इसके किरदार और उनकी कहानी शुरू होती है। होने वाले दूल्हा-दुल्हन के बीच रिश्तों की आंखमिचौली और जज्बात का खोखलापन धीरे-धीरे सामने आता है।

    यहां सीरीज सवाल उठाती है कि क्या ऐसे रिश्ते में दाखिल होना सही है, जिसकी बुनियाद ही झूठ और फरेब पर रखी हो? सब कुछ जानते हुए भी शादी के बंधन में बंधना क्या वाकई इतना जरूरी है? 

    इस बार लेखकों ने घटनाओं को ज्यादा ट्विस्ट्स नहीं दिये हैं। कहीं, सस्पेंस बना भी है तो उसके एक उपयुक्त एंडिंग देकर खत्म किया है। इसलिए यह सीजन कम रोमांचक लग सकता है। तारा का किरदार जरूर कुछ ट्विस्ट लेकर आता है। इस बार मोना का किरदार बुलबुल सबसे दिलचस्प है। पुलकित सम्राट की शादी में अनुराग कश्यप का कैमियो सरप्राइज लेकर आता है। 

    राधिका आप्टे, मृणाल ठाकुर, मुकुल चड्ढा, प्रवीण डबास, दीया मिर्जा, सारा जेन डायस, नीलम कोठारी और संजय कपूर दूल्हा-दुल्हन और रिश्तेदारों के रोल में हैं।

    View this post on Instagram

    A post shared by prime video IN (@primevideoin)

    पहले सीजन में तारा और आदिल की शादी टूटने की कगार पर दिखायी थी, इस सीजन में दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा है। वहीं, करण की समलैंगिक पहचान को उसके पिता स्वीकार कर लेते हैं। हालांकि, मां की झिझक बाकी है।

    नीरज घेवान के दो एपिसोड्स असरदार हैं, जो दुल्हन के पिता और दूल्हे की मां के इर्द-गिर्द रहते हैं। दोनों के बीच एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर हो जाता है, जिसकी वजह से उनके बच्चों की शादी खटाई में पड़ने लगती है। पल्लवी मेनके (राधिका आप्टे) की शादी का प्लॉट दिलचस्प है और स्ट्रॉन्ग मैसेज देता है।

    जोया अख्तर और रीमा कागती निर्देशित सारा जेन डायस का प्लॉट भी दिलचस्प है, जिसमें जूली बनी सारा जेन डायस खुद से ही कमिटमेंट कर लेती है। यह गुजरात की वास्तविक घटना की याद दिलाता है। 

    मेड इन हेवन की प्रोडक्शन हेड मेहर (त्रिनेत्र हलदर गुम्माराजू) का सर्जरी से लिंग परिवर्तन हो चुका है। उसका पहला पार्टनर उसे छोड़ चुका है। इस बार इस किरदार को दानिश (नील भूपलम) के रूप में पार्टनर मिल जाता है।

    करण के जटिल किरदार को अर्जुन माथुर ने कामयाबी के साथ निभाया है। इस किरदार को लेखन का साथ मिला है। वेडिंग वीडियोग्राफर के किरदार में शशांक अरोड़ा ने बढ़िया काम किया है, जो एक फिल्ममेकर बनना चाहता है। वेडिंग प्लानिंग में असिस्टेंट के तौर पर द्वारका में रहने वाली मिडिल क्लास जसप्रीत कौर उर्फ जैज (शिवानी रघुवंशी) किरदार अपना असर छोड़ता है।

    अवधि: सात एपिसोड्स (लगभग एक घंटा प्रति एपिसोड)

    रेटिंग: साढ़े तीन स्टार