Shaitaan Review: आरम्भ है प्रचंड... उसके बाद लड़खड़ा गई 'शैतान', पढ़िए कहां चूकी अजय देवगन और माधवन की फिल्म?
Ajay Devgn की फिल्म शैतान (Shaitaan Review) सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। विकास बहल निर्देशित शैतान सुपरनेचुरल थ्रिलर है जिसमें आर माधवन टाइटल रोल में हैं। यह पहली बार है जबकि अजय और माधवन साथ आये हैं। वहीं विकास की भी ये पहली सुपरनेचुरल थ्रिलर है। शैतान गुजराती फिल्म वश का आधिकारिक रीमेक है। ज्योतिका ने फीमेल लोड रोल निभाया है।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। फिल्म दृश्यम की फ्रेंचाइजी में विजय सलगांवकर (अजय देवगन) अपने परिवार को बचाने की खातिर किसी भी सीमा तक जाता है। शैतान में भी कबीर (अजय देवगन) का छोटा परिवार सुखी परिवार है। इस बार भी आफत बेटी पर ही आती है।
सुपरनेचुरल थ्रिलर के तौर पर प्रचारित ‘शैतान’ में तांत्रिक के पास शक्तियां हैं, जिसके बल पर वह किशोरियों को वश में कर लेता है। अमूमन फिल्मों में वशीकरण से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा या ताबीज का सहारा लिया जाता है। वशीकरण पर बनी गुजराती फिल्म वश की रीमेक शैतान में वैसा नहीं है। फिल्म (Shaitaan Review) की शुरुआत अच्छी है, लेकिन मध्यांतर के बाद लड़खड़ा गई है।
क्या है शैतान की कहानी?
चार्टर्ड अकाउंटेंट कबीर दसवीं क्लास में पढ़ रही अपनी बेटी जानवी (जानकी बोधीवाला) और आठ साल के नटखट बेटे ध्रुव (अंगद राज) और पत्नी ज्योति (ज्योतिका) को लेकर फार्महाउस छुट्टी मनाने जाता है। रास्ते में एक अजनबी वनराज (आर माधवन) उसकी बेटी को वश में कर लेता है। फिर वनराज उनके फार्महाउस पर भी पहुंच जाता है।यह भी पढ़ें: Shaitaan Box Office Prediction: सिनेमाघरों में 'शैतान' की दहशत, पहले दिन कितना कमाएगी अजय देवगन की फिल्म?
काले जादू के चलते वश में आ चुकी जानवी उसके हर आदेश का पालन करती है। वनराज चाहता है कि कबीर और ज्योति उसे जानवी को ले जाने की अनुमति दें। वह खुद को भगवान कहता है। क्या उसके मंसूबे कामयाब होंगे? कबीर अपनी बेटी को उसके चंगुल से निकाल पाएगा या नहीं, कहानी इस संबंध में हैं।