TBMAUJ Review: जिया लुभाती है या कहानी उलझाती है? कैसी है शाहिद कपूर और कृति सेनन की पर्दे पर केमिस्ट्री?
तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में शाहिद कपूर और कृति सेनन पहली बार एक साथ पर्दे पर आये हैं और दोनों की केमिस्ट्री भी अच्छी लगती है मगर इस साइ-फाइ फिल्म में तकनीक से ज्यादा इमोशंस पर जोर दिया गया है जिससे बहुत सारी बातें बनावटी लगती हैं और विश्वसनीयता के अभाव में कहानी प्रभावित नहीं कर पाती। पढ़िए पूरा रिव्यू।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबई। Teri Baaton Mein Aisa Uljha Jia Review: इंसान की जिंदगी को सुविधाजनक बनाने के लिए तरह-तरह के रोबोट बनाने में वैज्ञानिक लगे हैं। उपयोग और जरूरत के हिसाब से इनका निर्माण हो रहा है। कुछ पहले से ही काम कर रहे हैं, लेकिन अगर इंसान उसके प्यार में दीवाना हो जाए तो कांसेप्ट सुनने में अच्छा लगेगा।
दिनेश विजन द्वारा निर्मित साइंस फिक्शन रोमांटिक कामेडी तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया भी इंसान और रोबोट के इसी कांसेप्ट पर बुनी गई कहानी है, जो कागज पर अवश्य दिलचस्प लगती है, लेकिन पर्दे पर समुचित तरीके से साकार नहीं हो पाई है।
क्या है TBMAUJ की कहानी?
मुंबई में कार्यरत रोबोटिक इंजीनियर आर्यन (शाहिद कपूर) पर परिवार शादी के लिए दबाव डाल रहा है। आर्यन को अपनी हमसफर में तमाम खूबियां चाहिए। अमेरिका में रह रहीं उसकी बॉस और मौसी उर्मिला (डिंपल कपाड़िया) आर्यन को वहां बुलाती हैं।रोबोटिक कंपनी की मालकिन उर्मिला अकेले रहने वालों का दर्द समझती है। उनकी सहायता के लिए इंसान सरीखे रोबोट बनाने के लिए प्रयासरत है। उर्मिला के घर पहुंचने पर आर्यन की सिफरा (कृति सेनन) से मुलाकात होती है। उसके साथ कुछ वक्त बिताने के बाद आर्यन उस पर फिदा हो जाता है। सिफरा का पूरा नाम Super Intelligent Female Automation है।यह भी पढ़ें: TBMAUJ Twitter Review- दर्शकों को उलझी या सुलझी कैसी लगी शाहिद-कृति की फिल्म की कहानी, आ गया फैसला
सिफरा रोबोट है, यह पता चलने पर आर्यन का दिल टूट जाता है। स्वदेश वापसी के बाद वह प्रयोग के बहाने सिफरा को भारत मंगवाता है। घर में स्वजनों से अपनी प्रेमिका के तौर पर मिलवाता है। परिवार भी खूबसूरत और संस्कारी सिफरा को राजी-खुशी अपना लेता है। उनकी शादी होने ही वाली होती है कि सिफरा की तकनीक में समस्या आ जाती है। आर्यन के सपनों को आघात पहुंचता है।