The Batman Review: यहां पढ़ें 'द बैटमैन' का रिव्यू, सिनेमा हॉल जाने से पहले जाने कैसी है फिल्म
The Batman Review रॉबर्ट पैटिनसन ने क्रिश्चियन बेल बेन एफ्लेक माइकल कीटन इन सभी बैटमैन की विरासत को कायम रखते हुए उसमें अपना अनुभव भी जोड़ा है जो उन्हें एक नए बैटमैन के तौर पर स्थापित करने में कामयाब रहा।
By Ruchi VajpayeeEdited By: Updated: Sun, 06 Mar 2022 11:28 AM (IST)
प्रियंका सिंह, मुंबई ब्यूरो। बैटमैन फ्रेंचाइजी फिल्मों की नई फिल्म 'द बैटमैन' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। यह सीरीज अमेरिकन कॉमिक्स डीसी के किरदार बैटमैन पर आधारित है। इस फ्रेंचाइजी की पिछली फिल्मों की ही तरह इस बार भी गौथम शहर को अपराध मुक्त करने और उसे बचाने के लिए बैटमैन आता है।
कहानी शुरू होती है गौथम शहर के मेयर की हत्या के साथ। रीडलर (पॉल डेनो) नाम का हत्यारा शहर के भ्रष्ट लोगों को निशाना बना रहा है। वह हत्या के बाद बैटमैन (रॉबर्ट पैटिनसन) के लिए एक पहेली कार्ड पर लिखकर छोड़ जाता है, जिसमें उसके अगले टारगेट का क्लू लिखा होता है। अमीर परिवार से ब्रूस वेन उर्फ बैटमैन गौथम शहर में दो सालों से अपराध के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। गौथम शहर की पुलिस के साथ वह इस हत्या की छानबीन करने के लिए जुड़ता है। इसी बीच क्लब में वेट्रेस का काम करने वाली सेलिना कायली (जोई क्रैविट्ज) अपनी रूममेट की तलाश में हैं, जो आखिरी बार मेयर के साथ देखी गई थी।
पहेली को सुलझाते-सुलझाते एक बड़ी साजिश से पर्दाफाश होने लगता है, जिससे ब्रूस के पिता का नाता है। कहानी रहस्य से प्रतिशोध की दिशा में बढ़ने लगती है। इससे ज्यादा फिल्म की कहानी बताना स्पॉइलर होगा। फिल्म की अवधि आम हॉलीवुड फिल्मों के मुकाबले ज्यादा है, ऐसे में फिल्म के पटकथा और स्क्रीनप्ले लेखक मैट रीव्स और सह लेखक पीटर क्रेग ने बैटमैन की बैकस्ट्रोरी बताने में वक्त नहीं बर्बाद किया। यहां पर दिक्कत उन दर्शकों को हो सकती है, जो बैटमैन की दुनिया से वाकिफ नहीं हैं।
इस फिल्म को पूरी तरह से सुपरहीरो फिल्म नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि इसमें उन फिल्मों वाले तत्व नहीं हैं, जिसमें हीरोइक अंदाज में सुपरहीरो कहीं से उड़ता हुआ आता है और अपनी शक्तियों से शहर को बचा लेता है। इस फिल्म का सुपरहीरो एक मर्डर मिस्ट्री सुलझा रहा है, जिसमें उस पर हमले हो रहे हैं, उसे चोट भी लग रही है। मैट रीव्स ने बैटमैन की ताकत से ज्यादा उसके भीतर के जासूस को बाहर लाने की कोशिश की है। हालांकि हर सुपरहीरो वाली फिल्म की तरह इसमें भी वह लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण बनता है। खुद पर लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए वह अपने प्यार और शहर के प्रति जिम्मेदारियों के बीच शहर को ही चुनता है।
मैट ने बैटमैन, जिसे चमगादड़ से जोड़ा जाता है, उसे वास्तविकता के और करीब रखने के लिए ज्यादातर सीन अंधेरे में फिल्माए हैं। कहीं-कहीं तो बिल्कुल अंधेरा है, जिसमें बंदूक की गोलियों से निकली रोशनी में कलाकार दिखाई देते हैं। इन दृश्यों को फिल्माने के लिए सिनेमैटोग्राफर ग्रेग फ्रेजर की तारीफ करनी होगी। उन्होंने शहर के अंधेरे को भी अपने कैमरे में दिलचस्प बना दिया है।
रॉबर्ट पैटिनसन ने क्रिश्चियन बेल, बेन एफ्लेक, माइकल कीटन इन सभी बैटमैन की विरासत को कायम रखते हुए उसमें अपना अनुभव भी जोड़ा है, जो उन्हें एक नए बैटमैन के तौर पर स्थापित करने में कामयाब रहा। रीडलर के निगेटिव किरदार में पॉल डेनो का काम बेहतरीन है। फिल्म के 80 प्रतिशत हिस्से में उनके चेहरे पर मास्क होता है, उसके बावजूद वह अपने अभिनय से रोमांच पैदा करते हैं। वह विलेन बनने के पीछे की वजहों को भावनात्मक, खतरनाक और एक मानसिक रोगी के तौर पर दर्शा पाए हैं।
जोई क्रैविट्ज के हिस्से जितने भी सीन आए हैं, उसमें उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। फिल्म के क्लाइमेक्स में फिल्म के सीक्वल बनने का साफ संकेत हैं, जब असायलम में रीडलर के सेल के बगल वाले सेल में बैठा एक किरदार उसे उम्मीद देता है कि वह गौथम शहर पर राज करेंगे। उसकी हंसी बिल्कुल जोकर (अमेरिकन कॉमिक बुक्स का सुपरविलन किरदार, जिसे हॉलीवुड की फिल्मों में भी दिखाया गया है) जैसी है, यह छोटी सी झलक क्लाइमेक्स में भी रोमांच पैदा करती है।
फिल्म – द बैटमैन
मुख्य कलाकार – रॉबर्ट पैटिनसन, जोई क्रैविट्ज, पॉल डेनोनिर्देशक – मैट रीव्सअवधि – दो घंटा 56 मिनटरेटिंग – साढ़े तीन
मुख्य कलाकार – रॉबर्ट पैटिनसन, जोई क्रैविट्ज, पॉल डेनोनिर्देशक – मैट रीव्सअवधि – दो घंटा 56 मिनटरेटिंग – साढ़े तीन