The Great Indian Family Review: विक्की कौशल की फिल्म ने दिया सोशल मैसेज, मगर मनोरंजन की सड़क पर नहीं मची 'धूम'
The Great Indian Family Review विक्की कौशल और मानुषी छिल्लर की फिल्म का निर्देशन विजय कृष्ण आचार्य ने किया है जो धूम फ्रेंचाइजी का हिस्सा रहे हैं मगर मनोरंजन की सड़क पर द ग्रेट इंडियन फैमिली धूम मचाने से चूक जाती है। फिल्म ने एक तगड़ा सोशल मैसेज दिया है मगर इस मैसेज को लोगों तक पहुंचाने के लिए जो रास्ता चुना वो थोड़ा बोर करता है।
By Manoj VashisthEdited By: Manoj VashisthUpdated: Fri, 22 Sep 2023 05:27 PM (IST)
प्रियंका सिंह, मुंबई। इन दिनों पारिवारिक ड्रामा फिल्में बाक्स आफिस पर छाई हुई हैं। विक्की कौशल अभिनीत द ग्रेट इंडियन फैमिली भी पारिवारिक ड्रामा फिल्म है। हालांकि, इसमें कई चीजें और जोड़ दी गई हैं, जो इसके शीर्षक का मतलब बदल देती हैं।
क्या है द ग्रेट इंडियन फैमिली की कहानी?
कहानी शुरू होती है त्रिपाठी परिवार के सुपुत्र वेद व्यास त्रिपाठी उर्फ बिल्लू (विक्की कौशल) के साथ। बलरामपुर का रहने वाला बिल्लू भजन अच्छा गाता है, इसलिए वह भजन कुमार के नाम से भी प्रसिद्ध है। बिल्लू के पिता सियाराम त्रिपाठी (कुमुद मिश्रा) बलरामपुर के पुश्तैनी पंडित हैं।
उनकी डिमांड और इज्जत दोनों है। शहर के अमीर व्यवसायी की बेटी की शादी कराने का जिम्मा सियाराम को सौंपा गया है। हर साल की तरह सियाराम तीर्थयात्रा के लिए निकलते हैं। वह शादी की तैयारियों की पूरी जिम्मेदारी वह अपने बेटे बिल्लू और भाई बालकराम (मनोज पाहवा) को सौंप जाते हैं।
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इसी बीच घर में एक चिठ्ठी आती है, जिससे पता चलता है कि बिल्लू हिंदू नहीं, बल्कि मुसलमान है। यहां से कहानी में ट्विस्ट आता है। अपनी असली पहचान तलाशता वेद व्यास अब क्या करेगा? कहानी इस पर आगे बढ़ती है।