The Night Manager 2 Review: अनिल कपूर ने दिखाये रूंगटा के असली रंग, तिलोत्तमा ने संभाला रोमांच का दूसरा छोर
The Night Manager Part-2 Review द नाइट मैनेजर इसी नाम से आयी ब्रिटिश सीरीज का भारतीय रूपांतरण है। सीरीज की कहानी हथियारों के अंतरराष्ट्रीय कारोबारी शैलेंद्र रूंगटा और होटल के नाइट मैनेजर के इर्द-गिर्द घूमती है जो भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसी के लिए स्पाइ बन जाता है। सीरीज में अनिल कपूर आदित्य रॉय कपूर शोभिता धुलिपाला और तिलोत्तमा शोम प्रमुख किरदारों में हैं।
By Manoj VashisthEdited By: Manoj VashisthUpdated: Fri, 30 Jun 2023 02:08 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। डिज्नी प्लस हॉटस्टार ने इसी साल फरवरी में ब्रिटिश टीवी शो द नाइट मैनेजर का इसी नाम से इंडियन अडेप्टेशन रिलीज किया था। तब इसके सिर्फ चार एपिसोड्स ही जारी किये गये थे। बाकी के तीन एपिसोड्स तय तारीख से एक दिन 29 जून को प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम कर दिये गये और इसके साथ 'द नाइट मैनजर सीजन-1' सीरीज का पर्दा गिर गया है, हालांकि जिस तरह से क्लाइमैक्स दिखाया गया है, उसमें सीक्वल की सम्भावनाएं भी नजर आती हैं।
आखिरी तीन एपिसोड, जिन्हें पार्ट 2 कहा जा गया है, इस पूरी सीरीज की जान कहे जा सकते हैं। अनिल कपूर का किरदार आखिरी तीन एपिसोड्स में अपने असली रंग में आता है और बिजनेसमैन की आड़ में अवैध हथियारों के कारोबारी शैलेंद्र रूंगटा यानी शैली के चरित्र को जस्टिफाई करता है। 'द नाइट मैनेजर' को इसका दूसरा भाग मुकम्मल अंत देता है।
क्या है 'द नाइट मैनेजर पार्ट-2' की कहानी?
द नाइट मैनेजर पार्ट-1 में आपने देखा होगा कि आदित्य रॉय कपूर का किरदार शान इंटेलीजेंस अफसर लिपिका राव सैकिया (तिलोत्तमा शोम) की मदद से शैली के करीब पहुंच जाता है और उसका विश्वास जीत लेता। शैली उसे साथ में बिजनेस करने का ऑफर देता है। पार्ट-2 के पहले और सीरीज के पांचवें एपिसोड की शुरुआत इसी ऑफर के साथ होती है।शैली उसे कैप्टन अभिमन्यु माथुर के नाम से नई पहचान देता है। उसे एग्रोटेक कम्पनी का सीईओ बनाता है और इस शेल कम्पनी की आड़ में हथियारों की एक बहुत बड़ी डील करने की जिम्मेदारी उसे देता है। दुबई में डील पक्की हो जाती है और हथियारों को ठिकाने तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू होती है। अभिमन्यु इसकी सूचना किसी तरह लिपिका तक पहुंचाता है। लिपिका अपने बॉस दानिश खान (जॉय सेनगुप्ता) के साथ यह सूचना लेकर गृह मंत्रालय जाती है।
मगर, शैली और सरकारी तंत्र में उसके सूत्र इंद्रधनुष को लेकर ऐसा सीक्रेट बाहर आता है, जिससे कहानी को जबरदस्त मोड़ मिलता है। लिपिका और दानिश पर शैली को भूल जाने के लिए दबाव बनाया जाता है। मगर, लिपिका शैली को लेकर अपने कन्विक्शन पर अड़ी रहती है।
इस बीच सीनियर अधिकारों की बात ना मानने पर लिपिका और उसके बॉस दानिश खान को सस्पेंड करके उनके खिलाफ फंड्स के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाकर विभागीय जांच शुरू कर दी जाती है, मगर इस जांच का असली लिपिका पर दबाव बनाना होता है, ताकि वो शैली के गैंग में अपने एजेंट का नाम बता दे।
इस बीच शैली को शक हो जाता है कि उसके आसपास कोई ऐसा है, जो मुखबिरी कर रहा है। उसके शक के दायरे में उसकी प्रेमिका कावेरी और अभिमन्यु भी रहता है। मगर, शैली को बचाने वाले भी उसके खिलाफ तब हो जाते हैं, जब हथियारों को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने की बात सामने आती है। शैली को पकड़ने के लिए लिपिका को 48 घंटों का वक्त दिया जाता है।