Jiya Shankar: 20 सालों से पिता के प्यार के लिए तरस रही हैं जिया शंकर, दूसरी शादी और बेटी को लेकर छलका दर्द
Bigg Boss OTT 2 EX- Contestant Jiay Shankar जिया शंकर ने बिग बॉस ओटीटी में अपने फैंस को खूब एंटरटेन किया। एक्ट्रेस शो के पहले दिन से बिग बॉस के घर में टिकी हुई थीं लेकिन फिनाले के चार दिन पहले उन्हें एलिमिनेट होना पड़ा। जिया शंकर ने शो में कई बार अपने परिवार को लेकर बात की थी और बताया था कि वो एक ब्रोकन फैमिली से हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। Bigg Boss OTT 2 EX- Contestant Jiay Shankar: जिया शंकर अब बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 से बाहर हो गई हैं। उन्होंने शो की शुरुआत से लोगों को एंटरटेन किया, लेकिन फिनाले की रेस में नहीं पहुंच पाईं। एक्ट्रेस ने शो में अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर कई बार बात की।
जिया शंकर ने बिग बॉस ओटीटी में बताया कि वो एक ब्रोकन फैमिली से आती हैं। उनके माता- पिता का तलाक हो चुका है। एक्ट्रेस ने शो से एलिमिनेश के पहले आखिरी एपिसोड में अपने पिता को लेकर बात की और बताया कि वो उनसे पिछले दो दशकों से नहीं मिली हैं।
एल्विश के साथ साझा किया दर्द
जिया शंकर और एल्विश यादव गार्डन एरिया में बैठे होते हैं। इस बीच एल्विश ने जिया से पूछा कि क्या उन्हें अपने पिता से बात करना पसंद नहीं है। इस पर एक्ट्रेस ने जवाब दिया, "नहीं, हम हम एक-दूसरे से बात नहीं करते। मुझे ये भी नहीं पता वो कहां हैं, वो अब कैसे दिखते हैं, उनकी आवाज कैसी है। मैंने उनसे पिछले 20 सालों से बात नहीं की है और हमारा कोई कॉन्टैक्ट नहीं है। उन्होंने दूसरी शादी कर ली और दूसरी पत्नी से उन्हें एक बेटी भी है। वो अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके हैं,वो अब हमें लेकर क्यों परेशान होंगे ?"
पिता ने नहीं की बात करने की कोशिश
एल्विश यादव ने जिया शंकर से कहा कि हो सकता है कि उनके पिता अभी भी उन्हें मिस करते हो। इस पर जिया ने कहा कि अगर वो याद करते तो कॉन्टैक्ट करने की कोशिश करते। एक्ट्रेस ने ये भी बताया कि जब वो छोटी थीं तब भी उनके पिता ने कभी बात करने या मिलने की कोशिश नहीं की और अब ये मायने भी नहीं रखता, क्योंकि वो अपनी सारी परेशानियों से अकेले लड़कर अब आगे बढ़ चुकी हैं।
दूसरों का परिवार देख पिता आते हैं याद
जिया ने बातचीत के दौरान ये भी बताया कि वो अपने पिता सबसे ज्यादा कब मिल करती हैं। एक्ट्रेस ने कहा, "जब मैं किसी परिवार को साथ देखती हूं तो अपने हंसते- खेलते परिवार को मिस करती हूं। जब कोई बुजुर्ग इंसान मुझे कुछ कहता तो मैं बता नहीं पाती कि मेरे पिता की कमी मुझे कितना खल रही है। जब मैं छोटी तो अगर कोई मुझे कोई कुछ कहता था तो मैं सीधा भागकर अपने पापा के पास जाती थी और मेरे लिए स्टैंड भी लेते थे। वो मेरे लिए प्रोटेक्टिव थे। जब भी मैं असुरक्षित महसूस करती हूं या फिर कोई मुझे कोई कुछ कह देता है और मैं उसे जवाब नहीं दे पाती तो मुझे पापा की बहुत याद आती है।"