टेलीविजन मेकर्स कुछ नया सोचने के बजाय हिट टीवी सीरियल की कॉपी बनाते हैं -कविता कौशिक
FIR फेम कविता कौशिक टेलीविजन के बाद अब जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपना जादू चलाने के लिए बिलकुल तैयार हैं। उनकी वेब सीरीज तेरा छलावा जल्द ही रिलीज होने जा रही है। हाल ही में खास बातचीत के दौरान कविता ने टीवी से दूर रहने की वजह बताई।
By Tanya AroraEdited By: Updated: Mon, 11 Jul 2022 03:24 PM (IST)
शिखा धारीवाल, मुंबई। टेलीविजन अभिनेत्री कविता कौशिक को छोटे पर्दे पर सीरियल FIR में दबंगई करते हुए तो ऑडियंस ने खूब देखा है, लेकिन इस बार कविता कौशिक एक अलग ही अवतार में ऑडियंस को रिलेशनशिप के अलग -अलग पहलू से रूबरू कराती नजर आएंगी। कविता कौशिक Hungama Play की वेब सीरीज 'तेरा छलावा' से ओटीटी प्लेटफार्म पर डेब्यू कर रही हैं।
ओटीटी डेब्यू से जुड़े सवाल पर कविता कौशिक कहती हैं कि, 'तेरा छलावा के प्रोड्यूसर और डायरेक्टर कबीर सदानंद मेरे पास कई दफा कुछ प्रोजेक्ट्स का ऑफर लेकर आए थे, क्योंकि वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं पर उस दौरान कभी बात नहीं बन पाई। मगर इस बार जब उन्होंने मुझे यह कहानी सुनाई तो मुझे कहानी बहुत दिलचस्प लग, लेकिन इसके बाबजूद मैंने उनके सामने एक शर्त रख दी। मेरी मेकर्स के सामने शर्त ये थी कि इस कहानी का हिस्सा मैं तभी बनूंगी, जब वह मेरे अपोजिट लीड कैरेक्टर में खुद एक्टिंग करेंगे'।
कविता आगे कहती हैं कि, 'असल मे कबीर सदानंद बहुत ही अच्छे एक्टर हैं, लेकिन इसके बावजूद आजकल उन्होंने पर्दे से दूरी बनाई हुई है। वह पर्दे के पीछे काम करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वह इन दिनों डायरेक्शन पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, जबकि अब अच्छे एक्टर्स कहां होते हैं।आजकल मार्किट में अच्छे एक्टर्स कम हैं और सेलिब्रेटी ज्यादा हैं। कबीर ने मेरी शर्त मानी। तब मैं इस शो का हिस्सा बनने के लिए राजी हुई'। कविता आगे कहती हैं कि, 'असल में इस शो में मेरा लुक भी काफी अलग है और स्टोरी भी बहुत इंटरेस्टिंग है बहुत ही रियल स्टोरी है, जैसा आमतौर पर होता है कि लोग घर के बाहर शादीशुदा जिंदगी को बहुत ही खूबसूरत दिखाते हैं और ऐसा दिखाते हैं कि जैसे उनके बीच में कोई प्रॉब्लम ही नहीं है। जबकि हकीकत कुछ और होती है। चारदीवारी में सिमटी हुई शादी में या कपल्स में किस तरह की प्रॉब्लम हो सकती हैं और उनके बीच मे किस तरह के रिश्ते हो सकते हैं बस वही रियलिस्टिक कहानी को हम पर्दे पर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
कविता टेलीविजन पर वापसी के सवाल पर कहती हैं कि, 'ऐसा नहीं है कि मैंने टेलीविजन से ब्रेक लिया है या मैं टीवी शो नहीं करना चाहती। असल मे मैं किसी इंटरेस्टिंग कांसेप्ट की तलाश में हूं जैसे एफआईआर था। उस एक शो में इतने सारे शेड्स मौजूद थे। अब कम से कम आने वाला कांसेप्ट ऐसा होना चाहिए जिसमें कुछ नया दिखाने का मौका मिले और मैं कुछ अलग दिखूं, नहीं तो फिर वही रिपीटेड कांसेप्ट पर अगर मैं काम करूंगी तो लोगों को भी लगेगा कि मैं वही सब तो रिपीट कर रही हूं इसमें नया क्या है'। कविता अपनी बात खत्म करते हुए कहती हैं कि, 'मुझे ओटीटी प्लेटफॉर्म का सिस्टम ज्यादा अच्छा लगा। यहां पर आप कम वक्त में बहुत ही अच्छा कंटेंट और कहानी बहुत ही खूबसूरती से कह देते हैं जिससे ऑडियंस भी खुश रहती है और एक एक्टर के तौर पर मुझे भी खुशी होती है'।
टेलीविजन ऑफर्स के सवाल पर कविता कहती हैं कि, 'ऐसा नहीं है कि मेरे पास ऑफर्स की कमी है कल ही मुझे एक फोन आया था जिसमें जो मुझे स्टोरी बताई गई वह काफी हद तक टीवी सीरियल 'अनुपमा' से मिलती जुलती थी, तो मैंने मेकर्स को कहा कि अगर आपको सीरियल ही बनाना है तो कुछ डिफरेंट ट्राई करिए। अनुपमा तो अच्छा चल ही रहा है। आप कुछ नया अलग कंटेंट बनाने की कोशिश करिए, तो उनका कहना था कि नहीं इन दिनों मार्किट में यही चल रहा है। टीवी की सबसे बड़ी प्रॉब्लम यह है कि अगर एक अच्छा कंटेंट चलना शुरू होता है तो सब लोग उसे ही कॉपी करके करना शुरू कर देते हैं। जबकि यह गलत है अगर एक सीरियल अच्छा चल रहा है उसको चलने देना चाहिए और अलग कॉंसेप्ट अलग आइडियाज के साथ कुछ नया ट्राई करिए। मेरा स्टैंड बहुत क्लियर है कि मैं सिर्फ ऐसा काम करूंगी जो वाकई डिफरेंट हो।