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जंगल के बीचोंबीच रामानंद सागर को मिले थे 'सुग्रीव', आधी रात को श्याम सुंदर का ये रूप देख डर गए थे लोग

रामानंद सागर की रामायण आज भी पॉपुलर है। शो खत्म होने के इतने साल बीतने के बाद भी लोगों में इस शो का क्रेज खत्म नहीं हुआ है। आज भी लोग दूरदर्शन पर आने इस शो को देखना पसंद करते हैं। रामायण में हर एक किरदार की कास्टिंग से लेकर सीन शूट किए जाने तक तमाम किस्से हैं। ऐसा ही एक किस्सा है एक्टर श्याम सुंदर को लेकर।

By Karishma Lalwani Edited By: Karishma Lalwani Updated: Mon, 03 Jun 2024 07:06 PM (IST)
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रामायण के लिए ऐसे मिले थे 'सुग्रीव'

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। दूरदर्शन के कई शो हिट हुए, जिसमें रामानंद सागर की 'रामायण' भी शामिल है। इस पौराणिक सीरियल को खत्म हुए इतने साल बीत गए हैं। इसी नाम से कितने शो आए और गए, लेकिन रामानंद सागर की 'रामायण' जैसा कमाल कोई नहीं दिखा सका। 

फेमस हैं 'रामायण' के किस्से

25 जनवरी, 1987 को रिलीज हुए इस शो से जुड़े कई किस्से हैं। श्रीराम और बाकी अहम रोल प्ले करने वालों की कास्टिंग से लेकर क्रोमा की से बनाए जाने वाले सीन तक, 'रामायण' से जुड़े ऐसे तमाम किस्से हैं, जिनसे कई यूजर्स अंजान हैं। 

रामानंद सागर की रामायण में 'हनुमान' का किरदार दारा सिंह ने निभाया था। श्रीराम के रोल में अरुण गोविल और माता सीता के रोल में दीपिका चिखलिया नजर आई थीं। सभी एक्टर्स अपने-अपने रोल में फेमस हुए। सभी की कास्टिंग भी समय से हो गई थी। लेकिन समस्या आ रही थी 'सुग्रीव' की कास्टिंग में। 

'सुग्रीव' के किरदार के लिए आ रही थी समस्या

लेहरें रेट्रो को दिए इंटरव्यू में प्रेम सागर ने सुग्रीव के रोल के लिए कास्टिंग का दिलचस्प किस्सा सुनाया। उनके मुताबिक, रामायण के सभी मुख्य कलाकारों का चयन हो चुका था, पर सुग्रीव के रोल के लिए किसी को नहीं चुना गया था क्योंकि इस किरदार में अब तक कोई सही व्यक्ति मिला ही नहीं। 

'रामायण' को ऐसे मिले थे 'सुग्रीव'

रामायण के कुछ हिस्सों की शूटिंग गुजरात के उमरगांव में हुई थी। प्रेम सागर ने बताया कि एक बार रात 2 या 3 बजे उमरगांव के जंगल में एक सीक्वेंस कर रहे थे। सीन पूरा होने के बाद रामानंद सागर ने पैकअप बोला और वहां जलने वाली सभी लाइट बंद कर दी गई। तभी सबने देखा कि वहां एक लंबा चौड़ा मजबूत कद काठी वाला आदमी खड़ा है।

'सुग्रीव' को देख डर गए थे रामानंद सागर

पहले तो उसे देख सब डर गए। वहां मौजूद सभी लोगों को लगा कि भूत-प्रेत आ गया। उस व्यक्ति को भागता देख लोग और डर गए। प्रेम सागर ने बताया कि वह व्यक्ति दौड़ते हुए उनके पापाजी रामानंद सागर के पास आया और उनका पैर पकड़ लिया। जब उस व्यक्ति से पूछा गया कि वह कौन है, तो उसने अपनी असली नाम बताने की बजाय खुद को सुग्रीव बताया। 

ये व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि श्याम सुंदर थे। वह खुद को इसी किरदार के अनुसार तैयार कर लाए थे। रामानंद सागर को रामायण के लिए उनका डेडिकेशन पसंद आया। उन्हें इस रोल के लिए चुनने के बाद डायलॉग्स डब किए गए और ऐसे ऑडियंस को उनके सुग्रीव मिले थे। 

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