KBC 14: लकड़ियां बीनने से लेकर गोल्ड मेडल जीतने तक, मीराबाई चानू ने बिग बी को सुनाया आंखें नम कर देने वाला अपना सफर
Weightlifter Mirabai shares her inspirational journey with Amitabh Bachchan in KBC 14 अमिताभ बच्चन के सामने इस बार हॉट सीट पर गोल्ड मेडल जीतने वाली वेटलिफ्टर मीराबाई चानू बैठीं। खेल के दौरान उन्होंने बिग बी के साथ अपनी इंस्पिरेशनल जर्नी भी शेयर की।
By Vaishali ChandraEdited By: Updated: Sun, 04 Sep 2022 07:31 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Weightlifter Mirabai shares her inspirational journey with Amitabh Bachchan in KBC 14: टीवी क्विज शो कौन बनेगा करोड़पति सीजन 14 के हालिया एपिसोड में स्पेशल गेस्ट के रूप में इस बार एक बेहद ही खास मेहमान आईं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में देश का नाम गर्व से ऊंचा करने वाली वेटलिफ्टर साइखोम मीराबाई चानू होस्ट अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठीं और बिग बी के साथ अपनी इंस्पिरेशनल जर्नी के बारे में बताया कि कैसे मणिपुर में उनके कोच ने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने की ताकत दी।
केबीसी 14 के मंच पर मीराबाई चानू ने अपने बांस इकट्ठा करने के दिनों को याद करते हुए बताया कि उनके कोच ने उन्हें तब देखा तब वे जंगलो में उनके सामने बांस उठा रही थीं और कोच ने उनके अंदर सीखने की, ट्रेन होने का ललक को देखा और प्रैक्टिस करने के लिए उन्हें अपना पहला वेट दिया। मीराबाई ने याद करते हुए कहा, "मैं शहर में ट्रेन किए जाने के लिए तरसती थी, लेकिन ऐसा कोई नहीं था जिस पर मैं निर्भर हो सकती थी। एक दिन मणिपुर में मेरे कोच ने मुझे अभ्यास करने के लिए 35 किलो वजन दिया और मैं वास्तव में खुश थी। मुझे लगा कि शायद मेरे कोच ने ट्रेन होने की मेरी इच्छा को देखा और मेरे सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
मीराबाई ने आगे कहा, "आखिरकार, मैंने पूरे मन से ट्रेनिंग शुरू की और ऐसा कभी नहीं सोचा कि प्रशिक्षण के लिए उचित उपकरण की कमी के कारण, मैं अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकती! मैंने उम्मीद नहीं खोई और कड़ी मेहनत की।"
शो में मीराबाई के साथ आए उनके कोच विजय शर्मा ने भी अपना अनुभव साझा किया और बताया कि उन्होंने मीराबाई में ऐसा क्या देखा कि उन्हें ट्रेन करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, "दो चीजें हैं जो मीरा को अन्य खिलाड़ियों से अलग करती हैं। एक अनुशासन और दूसरा समर्पण। 2016 में रियो ओलंपिक के में मीरा और मैं पदक जीतने की उम्मीद के साथ गए थे और हमारा प्रदर्शन भी काफी अच्छा था लेकिन हमे निराशा हाथ लगी थी।"विजय शर्मा ने आगे कहा, "मीरा निराश महसूस कर रही थीं और वेटलिफ्टिंग को छोड़ने के बारे में सोच रही थीं, लेकिन 10 से 15 दिनों के बाद जब मीरा की मां, मैंने और फेडरेशन ने उनका समर्थन करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए अपनी पूरी कोशिश की, तो उन्होंने कहा कि वह और अधिक मेहनत करेंगी। इसके एक साल बाद 2017 में वह वर्ल्ड चैंपियन बनीं।"