Bigg Boss OTT 2: 'मुझे रूम में बंद कर दिया, मैं कांप रही थी...', मनीषा रानी ने बताया जिंदगी का डरावना अनुभव
Manisha Rani On Her Struggle सोशल मीडिया इन्फ्लुंसर मनीषा रानी ने रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 में अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया है। मनीषा ने बताया कि उन्होंने पैसों के लिए एक बार ऐसा काम किया था जिसका एक्सपीरियंस वह जिंदगी भर नहीं भूलेंगी। वह अनुभव बहुत बुरा था। जानिए मनीषा रानी ने क्या कहा है।
पैसों के लिए मनीषा रानी ने किया था ऐसा काम
इसके चलते मनीषा रानी को एक ऐसा काम करना पड़ा, जो वह जिंदगी में कभी नहीं कीं। उन्हें बैंकग्राउंड में डांस करने के लिए बिहार जाना पड़ा था। मनीषा ने उस अनुभव को शेयर करते हुए कहा-"जहां हम गए, वो स्टेशन से करीब 15 किलोमीटर दूर था और वहां सिर्फ जंगल था। वहां पर एक झोपड़ी में डांसर वगैरह को रुकवाया हुआ था। मैं एक अच्छे घर से थी, तो मैं ऐसी जगह रही नहीं थी। बाथरूम में बोरा वाला पर्दा लगा हुआ था। वहां बहुत गंदा सीन था। नॉर्मल लोग वहां रह नहीं पाए।"
थर-थर कांपने लगी थीं मनीषा रानी
"वहां ट्रैक्टर पर हमें खड़ा करते थे और नीचे बाराती थे। ये सब देखकर मेरा खून खौल गया था। वहां सभी लड़कियों ने उस तरह के कपड़े थे और सिर्फ मैं थी, जो जींस और शर्ट पहनी थी। हम डांस कर रहे थे, तभी एक लड़के ने मुझे गंदा साइन दिया। मुझे ये सब बर्दाश्त नहीं हुआ और हमने उसे चप्पल दिखाया तो वे भड़क गए और मुझे नीचे उतारने के लिए कहने लगे।"
"ये सब देखकर मेरी हालत खराब हो गई थी। मैं रोने लगी थी और मेरा शरीर कांप रहा था। मेरे साथ जो लोग थे, उन्होंने मुझे पीछे बैठा दिया। रात का शो हुआ और वहां कपड़े से एक टैंट बना था और लड़के लोग वहां हमें परेशान कर रहे थे। वहां खाना-पीना सब मुश्किल हो गया था।"
मनीषा रानी को जब कमरे में कर दिया गया था बंद
मनीषा रानी ने खुलासा किया कि जहां वह डांस करने गई थीं, वहां उन्हें खाना भी सही से नहीं मिल रहा था। इन सब चीजों से वह परेशान हो गई थीं। उन्होंने कहा-"कुछ दिन बाद मेरे सब्र का बांध टूट गया और मैं वहां से जाना चाहती थी। मैं उससे पैसे मांगने गई। तो उसने मना कर दिया। फिर हमारे बीच बहस हो गई। फिर उसने मुझे एक रूम में बंद कर दिया। जब हम चिल्लाने लगे तो उसने दरवाजा खोला, लेकिन एक पेपर में साइन करवाया, जिसमें लिखा था कि वे मुझे एक भी पैसा नहीं देंगे। तो थोड़ा बहस करने के बाद हम चले गए।"
"तब मेरे पास फोन भी नहीं था, क्योंकि मैंने एक लड़के की मदद के लिए उसे दे दिया था। मैं वहां से निकली और 5-8 किलोमीटर पैदल जंगल के बीच चले जा रही थी और लगातार रो भी रही थी। मैं बस में बैठी और फिर स्टेशन गई और एक शख्स से फोन लेकर बॉयफ्रेंड से बात की और 500 रुपये मांगे। जब मैं कोलकाता पहुंची तो मेरा बॉयफ्रेंड मुझे पहचान नहीं पा रहा था। मेरी हालत ऐसी हो गई थी। मेट्रो में बैठते ही मैं बेहोश हो गई थी।"