Mahabharat: पंकज धीर को बनना पड़ा अर्जुन से कर्ण, बीआर चोपड़ा को दिए इस एक जवाब के कारण हाथ से छिना था किरदार
बीआर चोपड़ा की महाभारत को खत्म हुए कितने साल बीत चुके हैं। लेकिन आज भी लोगों के बीच उनके शो का क्रेज सिर चढ़कर बोलता है। इस सीरियल के सभी किरदार- द्रौपदी अर्जुन कर्ण भीष्म पितामाह काफी फेमस हुए। इन किरदारों को निभाने वाले एक्टर्स को आज भी इसी के लिए याद किया जाता है। लेकिन इस शो के एक्टर्स की कास्टिंग से जुड़ा दिलचस्प एक किस्सा है।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Mahabharat Show: 90 के दशक में टेलीकास्ट किया जाने वाला शो 'महाभारत' का क्रेज आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। ये शो जब शुरू हुआ, तब उन तमाम सितारों की किस्मत खुली, जिन्हें तब अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें इसकी दरकार थी। गुमनामी की जिंदगी जी रहे इन कलाकारों ने बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' से खूब नाम कमाया। शो का हर एक कैरेक्टर इतना पॉपुलर हुआ कि लोगों को आज भी 'भीम' या 'कर्ण' के रूप में वही पुराने अभिनेता याद हैं।
महाभारत का एक-एक किरदार हुआ पॉपुलर
महाभारत (Mahabharat) शो के एक-एक किरदार को घर-घर में पहचान मिली। खासकर 'द्रौपदी', 'अर्जुन', 'भीष्म पितामाह' और 'कर्ण' कैरेक्टर्स, जिन्हें नितिश भारद्वाज, रूपा गांगुली, फिरोज खान, मुकेश खन्ना और पंकज धीर जैसे कलाकारों ने निभाया। महाभारत शो में कृष्ण जितना ही अर्जुन का किरदार हमेशा से बहुत जरूरी रहा है। कई लोग इस किरदार को निभाने की दिली तमन्ना रखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीआर चोपड़ा ने 'कर्ण' की कास्टिंग कैसे की थी।
'अर्जुन' के लिए फिरोज खान नहीं थे पहली पसंद
महाभारत शो में फिरोज खान (Firoz Khan) ने अर्जुन की भूमिका निभाई थी। मगर वह कभी भी इस रोल के लिए बीआर चोपड़ा की पहली पसंद नहीं थे। बीआर चोपड़ा तो पंकज धीर (Pankaj Dheer) को कास्ट करना चाहते थे, लेकिन तब उन्हें पंकज धीर ने किसी बात पर ऐसा जवाब दिया कि उनसे एक ही बार में ये रोल छिन गया और उन्हें कर्ण बनना पड़ा।
इतना ही नहीं, फिरोज खान को लंबे समय तक अपनी पहचान छुपानी पड़ी थी। असल नाम फिरोज होने के बाद भी उन्हें लोगों के बीच अर्जुन बनकर रहना पड़ा।
पंकज धीर इस कारण नहीं बन पाए थे अर्जुन
बीआर चोपड़ा, पंकज धीर को अर्जुन बनाना चाहते थे। लेकिन पंकज अपनी मूंछे हटवाने के लिए तैयार नहीं थे। बस, यहीं पर मामला आकर अटक गया। पंकज अपने उसूलों के पक्के थे, इसलिए उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। कहा जाता है कि इसके बाद बीआर चोपड़ा ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। लेकिन किस्मत ने एक बार फिर उनकी चौखट खटखटाई।
कुछ महीनों बाद मेकर्स ने फिर से पंकज धीर को संपर्क किया। इस बार उन्हें कर्ण का रोल ऑफर हुआ था। वह इस रोल को करने के लिए मान गए। दरअसल, कर्ण बनने के लिए पंकज धीर को मूंछे मुंडवाने की जरूरत नहीं थी। यही कारण है कि अर्जुन न सही, लेकिन कर्ण बनकर पंकज धीर शो का हिस्सा बन पाए और लोगों का दिल सके।
यह भी पढ़ें: Mahabharat: 'भीम' ने गदा मारकर तोड़ी थी 'कर्ण' की उंगली, बीच शूटिंग चलते रथ से पंकज धीर को बचानी पड़ी थी अपनी जान