नहीं रहे 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी, हार्टअटैक के चलते ली अंतिम सांस
Arvind Trivedi Death रामायण में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का निधन हो गया हैं। 82 साल के अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात को हार्टअटैक से निधन हो गया। उनके निधन की खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है।
By Priti KushwahaEdited By: Updated: Wed, 06 Oct 2021 07:51 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। मनोरंजन जगत से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ फेम नट्टू काका यानी घनश्याम नायक के बाद अब इंडस्ट्री ने एक और महान कलाकार को खो दिया। रामानंद सागर के फेमस धार्मिक सीरियल में 'रामायण' में रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता अरविंद त्रिवेदी का निधन हो गया हैं। 82 साल के अरविंद त्रिवेदी का मंगलवार की रात को हार्टअटैक से निधन हो गया। उनके निधन की खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। अरविंद त्रिवेदी बीते काफी वक्त से उम्र संबंधी तमाम बीमारियों से जूझ रहे थे। वहीं कुछ सालों से उन्हें चलने फिरने में भी दिक्कत थी।
1987 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए 'रामायण' में रावण का किरदार निभा कर अरविंद त्रिवेदी ने घर घर में अपनी खुद की खास पहचान बनाई थी। कई बार उनके निधन की अफवाहें उड़ीं थीं लेकिन इस बार इस महान आत्मा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 82 साल अरंविद के निधन ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि उनके फैंस और स्टार्स तक को हिला कर रख दिया। है। एक्टर के निधन बाद सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहा है।
अरविंद त्रिवेदी को भले ही 'रामायण' में अपने 'रावण' की भूमिका निभाने के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाता है। लेकिन इसके अलावा उन्होंने कई फेमस गुजराती फिल्मों में काम किया है। उनका करियर गुजराती सिनेमा में 40 साल तक चला। उन्होंने ‘रामायण’ के अलावा टीवी के एक और पॉपुलर शो ‘विक्रम और बेताल’ में भी अपनी अदाकारी दिखाई थी। अरविंद ने हिंदी और गुजराती सहित अपने करियर में करीब 300 फिल्मों में भी काम किया है। दिवंगत अभिनेता ने कई सामाजिक और पौराणिक फिल्मों में भी अभिनय किया था।
आपको बता दें कि अरविंद त्रिवेदी ने राजनीति में भी अपना परचम लहराया। उन्हें बीजेपी ने लोकसभा चुनाव का टिकट भी दिया था। अरविंद ने न सिर्फ गुजरात के साबरकांठा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा, बल्कि रावण के पौराणिक किरदार की सफलता के बूते उन्होंने चुनाव भी जीता। अरविंद साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के सांसद रहे।