Shaktimaan: 400 एपिसोड के बाद क्यों अचानक बंद हो गया था शक्तिमान, 11 साल पहले मुकेश खन्ना ने खोला था राज
Shaktimaan Tv Show दूरदर्शन पर लोकप्रियता के मामले में मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) स्टारर शो शक्तिमान भी काफी पॉपुलर रहा था। मौजूदा समय में शक्तिमान ने एक नए अंदाज में वापसी कर ली है। लेकिन 19 साल पहले ये इंडियन सुपरहीरो शो आखिरकार अचानक से बंद क्यों हो गया था। इसके बारे में हर कोई जानना चाहता था। आइए हम आपको इसकी असली वजह बताते हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Shaktimaan TV Show: 90 के दशक में मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) का सुपरहीरो शो शक्तिमान काफी पॉपुलर हुआ था। छोटे पर्दे के कल्ट शो के तौर पर इसे आज भी याद किया जाता है। हाल ही में शक्तिमान वापसी कर चुका है, जो एक दम से अलग और नए अंदाज में दिखाई दे रहा है। इस वजह से शक्तिमान (Shaktimaan Return) का नाम फिलहाल लगातार सुर्खियां बटोर रहा है और हर कोई इसके बारे में तरह-तरह के किस्से जानने में रूचि रख रहा है।
इस बीच हम आपके लिए शक्तिमान से जुड़ी एक अहम जानकारी लाए हैं, जिसमें हम आपको बताएंगे कि आखिर ऐसी क्या वजह रही, जो 19 साल पहले इस शो को अपार सफलता के बाद बंद करना पड़ा था।
क्यों बंद हो गया शक्तिमान
छोटे पर्दे पर एक इंडियन सुपहीरो शो के तहत शक्तिमान ने लंबे समय से राज किया था। बच्चों से लेकर बड़ो तक हर किसी को ये धारावाहिक पसंद आता था। निर्देशक दिनकर जानी और निर्माता मुकेश खन्ना ने 90 के दशक में फैंस को मनोरंजन का एक ऐसा माध्यम दिया, जिसे अब तक याद रखा जाता है।ये भी पढ़ें- शक्तिमान के नाम पर Mukesh Khanna ने लगा दिया चूना, 19 साल बाद भी अधूरी रह गई फैंस की हसरत
अब जब शक्तिमान दोबारा से वापसी कर चुका है तो 19 साल पहले इसके बंद होने की वजह पर भी चर्चा हो रही है। इस मामले को लेकर 2013 में बीबीसी को दिए इंटरव्यू में खुद मुकेश खन्ना ने खुलकर बात की थी और बताया था-
इस तरह से मुकेश खन्ना ने 2005 में शक्तिमान के बंद होने की वजह को बताया था। हालांकि, अब यूट्यूब पर ये धारावाहिक वापसी कर चुका है।हमारा शो काफी लोकप्रिय हो गया था। महाभारत के भीष्म पितामह के किरदार की छवि को तोड़ने के लिए मैंने शक्तिमान की प्लानिंग की थी और इसमें मैं काफी हद तक कामयाब भी रहा। लेकिन फिर हमारा बजट बढ़ने लगा और इससे चीजें खराब होना शुरू गईं। पैसी की आर्थिक तंगी के चलते हम चाहकर भी शक्तिमान को आगे नहीं ले जा सके। इस कारण अपार सफलता के बावजूद हमें इसे बंद करना पड़ा था।