बिना एसी, पंखे के होती थी 'देख भाई देख' की शूटिंग, नए कलेवर के साथ लौट रहा है 90 के दशक का ये पॉपुलर कॉमेडी शो
90 के दशक का पॉपुलर सिटकॉम शो देख भाई देख की कॉमेडी को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं। शेखर सुमन फरीदा जलाल विशाल ढींगरा जैसे एक्टर्स की जबरदस्त कॉमेडी से सजे इस शो से उस जमाने के लोगों की पुरानी यादें हैं। एक हालिया इंटरव्यू में शेखर सुमन ने देख भाई देख के पुराने दिनों से कुछ किस्से शेयर किए।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म 'हीरामंडी' से शेखर सुमन और अध्ययन सुमन बड़ा कमबैक करने के लिए तैयार हैं। फिल्म का ट्रेलर जब से रिलीज हुआ है, तब से इसके कैरेक्टर्स चर्चा में हैं। खासकर पिता-पुत्र की जोड़ी शेखर सुमन-अध्ययन सुमन। इन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया, जिसमें फिल्म के साथ-साथ कई बातों का खुलासा किया गया।
90 के दशक का हिट शो था 'देख भाई देख'
शेखर सुमन बॉलीवुड एक्टर होने के साथ-साथ टेलीविजन इंडस्ट्री के भी अच्छे कलाकार माने जाते हैं। जया बच्चन के प्रोडक्शन में बना 90 के दशक का हिट सिटकॉम शो 'देख भाई देख' आज भी उस जेनरेशन की पसंद की लिस्ट में शामिल है। कॉमेडी से भरपूर इस शो में शेखर सुमन को अपनी एक्टिंग के लिए काफी तारीफें मिलीं। यह शो सिर्फ एक साल तक ही टेलीकास्ट किया गया, लेकिन इसकी पॉपुलैरिटी ऐसी रही, जिसे आज भी नहीं भूला जा सकता।
शूटिंग के बीच बेहोश हो जाते थे एक्टर्स
शेखर सुमन ने यूट्यूबर सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में इस शो से जुड़ी कई इंट्रेस्टिंग मोमेंट्स के बारे में बताया है। उन्होंने बताया कि उस वक्त आज की तरह सुविधाएं नहीं होती थीं। उस जमाने में बिना पंखे और एयर कंडीशनर के एक कमरे के अंदर सभी दरवाजे बंद करके एक्टर्स शूटिंग करते थे। इस वजह से ‘देख भाई देख’ के सेट पर कई बार स्टार्स बेहोश तक हो जाते थे। आदमी भून कर, तल कर, बर्बाद होकर बाहर निकलता था, लेकिन कभी इसकी शिकायत नहीं की।जमीन पर बेहोश पड़ी थीं फरीदा जलाल
'हीरामंडी' एक्टर ने बताया कि उस जमाने में शूटिंग एक बंद कमरे के अंदर होती थी। दरवाजे बंद कर इतने सारे लोग 10-20 मिनट के लंबे शॉट शूट करते थे। जब उस कमरे से बाहर आते थे, तो गर्मी से बेहाल हो जाते थे। इतनी बड़ी-बड़ी लाइट्स होती थीं कि हम लोग जल-भून जाते थे।
शेखर सुमन ने आगे बताया कि सेट पर एक बार वह अपने को-स्टार को क्लू देने के लिए मुड़े, तो देखा वह बेहोश हो गई हैं। उसके बाद फिर मैंने फरीदा जी (Farida Jalal) की तरफ देखा, तो वो भी जमीन पर बेहोश पड़ी थीं। गर्मी से एक्टर्स की हालत खराब हो जाती थी। सीन करते-करते वह बेहोश हो जाते थे।