Smriti Irani: झाड़ू-पोछा लगाया, झेला रिजेक्शन... 'पंडित' की वजह से स्मृति ईरानी को मिला था 'क्योंकि सास भी' शो
Smriti Irani को क्योंकि सास भी कभी बहू थी में तुलसी के किरदार के लिए जाना जाता है। एकता कपूर के इस सीरियल ने स्मृति को रातोंरात स्टार बना दिया था। हाल ही में स्मृति ने अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद किया। अभिनेत्री ने बताया कि वह कभी मैकडॉनल्ड्स में झाड़ू-पोछा लगाया करती थी। जानिए उनके बारे में।
स्मृति ईरानी ने झेला रिजेक्शन
मुझे कई बार रिजेक्शन का भी सामना करना पड़ा। मुझे कहा गया कि आप बेढंगी दिखती हैं। कुछ लोगों ने कहा, 'थोड़ी काली दिखती हैं।' कुछ ने कहा कि आप पतली हैं। अभी तो काफी रुष्ट-पुष्ट हूं, लेकिन तब ज्यादा पतली थी। बहुत पतली थी तो प्रॉब्लम था, मोटी हूं तो बहुत ही मोटी हूं। यह लोगों पर निर्भर करता था। मुझे कई बार यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया गया कि शक्ल ठीक नहीं है, पर्सनैलिटी ठीक नहीं है, ऑन-स्क्रीन प्रेजेंस ठीक नहीं है।
स्मृति ईरानी को कैसे मिला 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी'?
तमाम रिजेक्शन के बाद आखिर स्मृति ईरानी को एकता कपूर का हिट डेली सोप 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' कैसे मिला? इसको लेकर अभिनेत्री ने खुलासा किया। उन्होंने बताया कि एक एस्ट्रोलॉजर की वजह से स्मृति के हाथ वो शो आया था। इस बारे में स्मृति ने कहा-पर्सनैलिटी या फिर परसोना की वजह से ऐसा नहीं हुआ। एक एस्ट्रोलॉजर एकता कपूर के ऑफिस में बैठा था, जिसने मुझे देखा और कहा, 'यह जो भी लड़की है, इसे रोको। यह बहुत बड़ी हस्ती बनने वाली है। एकता के ऑफिस में उस एस्ट्रोलॉजर का नाम जनार्धन है।' मैं एक कॉन्ट्रैक्ट चुनने वहां गई थी। मैं किसी की बहन का रोल करने वाली थी।
मुझे नहीं पता था कि कांच के पीछे एकता कपूर एक पंडित के साथ बैठी हैं। पंडित जी ने कहा कि ये जो लड़की घूम रही है वहां पर, इसे रोको। एकता जी ने पूछा, क्यों क्या हुआ? तब उन्होंने कहा, 'अगर तुम इसको रोकेगे, अगर इसके साथ काम करोगे तो इसका देश में बहुत बड़ा नाम होने वाला है।'