Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: बीच शो में 'चंपक लाल' ने लता मंगेशकर के इस गाने की दी गलत जानकारी, मेकर्स को तुरंत मांगनी पड़ी माफी
छोटे पर्दे के चर्चित कॉमेडी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में चंपक लाल (अमित भट्ट) ने गायिका लता मंगेशकर के एक गीत को लेकर दर्शकों को जानकारी दे दी थी। जिसके बाद अब मेकर्स ने बयान जारी कर माफी मांगी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। छोटे पर्दे के चर्चित कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के कलाकार हर दिन सुर्खियों में रहते हैं। दर्शक सभी कलाकारों की एक्टिंग को भी काफी पसंद करते हैं, लेकिन 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की टीम से एक ऐसी गलती हो गई है, जिसके कारण उन्हें सार्वजनिक तौर पर दर्शकों से माफी मांगनी पड़ी है। यह गलती दिवंगत गायिका लता मंगेशकर के एक गाने से जुड़ी हुई है।
दरअसल हाल ही में 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के दो एपिसोड संगीत पर आधारित थे। जिसमें गोकुलधाम सोसायटी के लोगों ने संगीत के साथ अपना टैलेंट दिखाया था। इस दौरान चंपक लाल (अमित भट्ट) ने गायिका लता मंगेशकर के गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' को लेकर ऐसी जानकारी दी जोकि गलत थी। जिसके बाद 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की टीम को सोशल मीडिया के जरिए दर्शकों से माफी मांगनी पड़ी।
शो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मेकर्स ने एक बयान जारी किया है। इस बयान के जरिए दर्शकों को गलत जानकारी देने के लिए उन्होंने माफी मांगी। मेकर्स ने अपने बयान में लिखा, 'हम अपने दर्शकों, प्रशंसकों और शुभचिंतकों से माफी मांगना चाहते हैं। आज के एपिसोड में, हमने अनजाने में 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गीत को साल 1965 में रिलीज हुआ बताया था।'
मेकर्स ने आगे लिखा, 'इसलिए हम खुद को सही करना चाहेंगे। यह गीत 26 जनवरी, 1963 को रिलीज हुआ था। हम भविष्य में सावधान रहने का वादा करते हैं। हम आपके सपोर्ट और प्यार की सराहना करते हैं।' सोशल मीडिया पर 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के मेकर्स का यह बयान वायरल हो रहा है। शो के दर्शक बयान पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
🙏 pic.twitter.com/f1SB4BhxnG— Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah (@TMKOC_NTF) April 25, 2022
आपको बता दें कि बीते संगीत एपिसोड में आत्मा राम भिड़े ने लता मंगेशकर का गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाया था। जिसे लेकर शो में चंपक लाल ने गलत जानकारी दे दी। उन्होंने गोकुलधाम सोसायटी के लोगों को इस गीत से जुड़ा एक किस्सा शेयर करते हुए बताया था कि इस गीत की रचना साल 1965 के युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के रूप में हुई थी। हालांकि उन्होंने इस गीत के निर्माण की वजह को सही बताया था लेकिन युद्ध का साल गलत कर दिया था जबकि युद्ध साल 1962 में हुआ था और 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गीत उसके अगले साल गणतंत्र दिवस रिलीज किया गया था।