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IC 814: The Kandahar Hijack की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बवाल, ये सवाल सुनते ही गुस्से से तिलमिला उठे अनुभव सिन्हा

डायरेक्टर अनुभव सिन्हा की वेब सीरीज आईसी 814 द कंधार हाईजैक विवादों में है। 1999 में हुए जिस प्लेन के हादसे को मेकर्स ने इस सीरीज के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया है वह स्टाइल लोगों को पसंद तो आया लेकिन आतंकियों के नाम में बदलाव लोगों को रास नहीं आया। सीरीज को लेकर कंट्रोवर्सी के बीच अनुभव सिन्हा का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।

By Karishma Lalwani Edited By: Karishma Lalwani Updated: Tue, 03 Sep 2024 09:20 PM (IST)
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'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' के निर्देशक अनुभव सिन्हा
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' की रिलीज का फैंस को बेसब्री से इंतजार था। अब जब ये शो ओटीटी पर दस्तक दे चुका है, तो कुछ ही एपिसोड देखने के बाद लोगों का मेकर्स पर गुस्सा भी फूट पड़ा। शो में आतंकियों की सच्चाई छुपाकर भारतीयों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा, जिसके बाद मेकर्स सीरीज में कुछ बदलाव करने के लिए राजी हो गए। वहीं, अब डायरेक्टर अनुभव सिन्हा का एक वीडियो सामने आया है।

विवाद के बीच अनुभव सिन्हा ने खोया आपा

'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' में आतंकियों के असली नाम को छुपाकर उन्हें 'भोला' और 'शंकर' जैसे नाम देने पर विवाद है। विवाद इतना बढ़ गया कि इस मामले में सूचना और प्रसारण मंत्रालय को दखल देना पड़ गया। मंत्रालय ने मेकर्स को इस तरह के कंटेंट के लिए फटकार लगाई, जिसके बाद नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल ने बदलाव का आश्वासन दिया। हालांकि, इतने विवाद के बाद डायरेक्टर अनुभव सिन्हा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना आपा खो बैठे।

मुंबई में 'आईसी 814: द कंधार हाईजैक' सीरीज की प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई। इस दौरान एक पत्रकार ने अनुभव सिन्हा से सीरीज में फैक्ट को लेकर हुई छेड़छाड़ से जुड़ा सवाल पूछा, तो डायरेक्टर ने जवाब देने से मना कर दिया। इसके बाद भी रिपोर्टर लगातार उनसे सवाल पूछता रहा। 

पत्रकार पर बिफरे अनुभव सिन्हा

पत्रकार के सवाल पूछने पर अनुभव सिन्हा बार-बार उससे पूछ रहे थे कि क्या उसने सीरीज देखी है? इसी बीच चिढ़ते हुए अनुभव सिन्हा ने कह दिया कि वह उनके सवाल का जवाब नहीं देंगे। डायरेक्टर का ये वीडियो सुर्खियों में हैं।

क्या होंगे बदलाव?

नेटफ्लिक्स कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल ने शुरुआती में डिस्क्लेमर बदलाव, डिस्क्लेमर में आतंकियों के असली नाम के साथ कोड नेम को भी शामिल किए जाने को लेकर बदलाव की बात कही है। इसी के साथ ये भी कहा गया है कि भारत में स्टोरी टेलिंग की एक समृद्ध संस्कृति है और हम प्रामाणिक प्रतिनिधित्व को दर्शाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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