दिल्ली के दहलाने वाले 'बुराड़ी केस' पर बनी सीरीज़ 'हाउस ऑफ़ सीक्रेट्स' का टीज़र जारी, नेटफ्लिक्स पर इस दिन होगी रिलीज़
Delhi Burari Death Case टीज़र में इस केस से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया है। केस को कवर करने वाले पत्रकार जांच करने वाले पुलिस अधिकारी पड़ोसियों और विशेषज्ञों की बातचीत के आधार पर इस झकझोरने वाले केस को समझने की कोशिश की गयी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 2018 में दिल्ली के बुराड़ी इलाक़े के संत नगर में एक ही परिवार के 11 लोगों की डेड बॉडी फंदे से लटकी हुई मिली थीं। सामूहिक आत्महत्या जैसे लगने वाले इस केस ने पूरी दिल्ली को दहला दिया था। इस अनसुलझे केस पर फ़िल्ममेकर लीना यादव ने डॉक्यूमेंट्री सीरीज़ हाउस ऑफ सीक्रेट्स- द बुराड़ी डेथ्स (House Of Secret- The Burari Deaths) बनायी है, जो नेटफ्लिक्स पर 8 अक्टूबर को रिलीज़ हो रही है। प्लेटफॉर्म ने शुक्रवार को इसका टीज़र जारी किया।
टीज़र में इस केस से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया है। केस को कवर करने वाले पत्रकार, जांच करने वाले पुलिस अधिकारी, पड़ोसियों और विशेषज्ञों की बातचीत के आधार पर इस झकझोरने वाले केस को समझने की कोशिश की गयी है। यह केस आज भी अनसुलझा है और इससे जुड़े कई सवाल आज भी अनुत्तरित हैं।
टीज़र में एक आवाज़ सुनायी देती है, जो बताती है- जब बुराड़ी हाउस में घुसे तो जिस तरह बरगद के पेड़ से शाखाएं लटकी रहती हैं, उसी तरह रंग-बिरंगे दुपट्टे से परिवार के सदस्य ग्रिल से लटके हुए थे। इस सीन में लोहे की ग्रिल भी दिखाई जाती है, जिस पर दुपट्टे और साड़ियां लटक रही हैं।
क्या है बुराड़ी केस
2018 में एक जुलाई की सुबह बुराड़ी स्थित संत नगर इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों के आत्महत्या करने की सनसनीखेज़ ख़बर आयी। आत्महत्या करने वालों में 7 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल थे। इनमें 78 साल की बुजुर्ग महिला के साथ 2 नाबालिग भी थे। जब पुलिस घर के अंदर पहुंची तो सभी 10 लोगों के शव ग्रिल से लटके मिले थे।
एक बुजुर्ग महिला का शव ज़मीन पर पड़ा मिला था। आत्महत्या करने वालों में ज्यादातर लोगों के गले में चुन्नी बंधी हुई मिली थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि इस आत्महत्या में परिवार के सभी 11 लोगों जाने-अनजाने शामिल थे। जांच आगे बढ़ी तो इसके पीछे अंधविश्वास को वजह माना गया था। 9 लोगों के हाथ-पैर बंधे हुए थे। मुंह और आंखों पर पट्टी बंधी थी, जिसने रहस्य को गहरा कर दिया था। घर से कुछ डायरी बरामद हुई थीं, जिनमें आत्महत्या करने की प्रक्रिया को 'क्रिया' नाम दिया गया था। इस घटना के मनोवैज्ञानिक पहलू पर भी डॉक्यूमेंट्री में चर्चा की गयी है।