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Hostage 2 के लिए कैसे की गई स्टार्स की कास्टिंग, डायरेक्टर सचिन ममता ने बताया

राजनीति’ और चक्रव्यूह’ जैसी फिल्मों के सिनेमेटोग्राफर रहे सचिन ममता कृष्णन ने वेब सीरीज हॉस्टेजेज 2’ से बतौर निर्देशक अपने सफर की शुरुआत की है।

By Nazneen AhmedEdited By: Updated: Fri, 11 Sep 2020 12:12 PM (IST)
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Hostage 2 के लिए कैसे की गई स्टार्स की कास्टिंग, डायरेक्टर सचिन ममता ने बताया

दीपेश पांडेय, जेएनएन। 'राजनीति’ और 'चक्रव्यूह’ जैसी फिल्मों के सिनेमेटोग्राफर रहे सचिन ममता कृष्णन ने वेब सीरीज 'हॉस्टेजेज 2’ से बतौर निर्देशक अपने सफर की शुरुआत की है। यह इजरायली शो का हिंदी संस्करण है। पहले सीजन में सचिन निर्देशक सुधीर मिश्रा के साथ बतौर एसोसिएट निर्देशक जुड़े थे। सिनेमेटोग्राफर से  निर्देशक बनने तक का सफर कैसा रहा ख़ुद सचिन ममता बताया। पढ़ें, बातचीत के अंश-

सवाल : इस वेब सीरीज को निर्देशित करने का प्रस्ताव किसने रखा?

जवाब : 'हॉस्टेजेज’ के पहले सीजन में मैंने सुधीर मिश्रा के साथ डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी (डीओपी) के साथ-साथ बतौर एसोसिएट निर्देशक भी काम किया था। इससे पहले भी मैं उनके साथ पांच-छह फिल्मों में बतौर डीओपी काम कर चुका हूं। मेरे और सुधीर जी के बीच का सामंजस्य कुछ ऐसा है कि सेट पर मेरी भूमिका सिर्फ सिनेमेटोग्राफर तक ही सीमित नहीं रहती, बल्कि हम हर विभाग के फैसल मिलकर लेते थे। इस तरह से मैं पिछले कई वर्षों से निर्देशन में उनका सहायक रहा हूं। 'हॉस्टेजेज’ का पहला सीजन खत्म होने के बाद बिना किसी के कुछ बोले ही हमारे बीच यह आपसी सहमति बन गई कि अगले सीजन को मैं निर्देशित करूंगा और वह दूर से पूरे काम पर नजर रखेंगे।

सवाल : सुधीर मिश्रा से पहली मुलाकात कैसे हुई?

जवाब : करीब तेरह-चौदह साल पहले सुधीर जी फिल्म 'खोया खोया चांद’ की शूटिंग कर रहे थे। उस फिल्म का डीओपी काम बीच में ही छोड़कर चला गया था। उसी दरम्यान सुधीर जी को असिस्ट कर रहे मेरे एक मित्र मुझे उनसे मिलवाया। कई मुद्दों पर हमारी सोच एक जैसी थी। तब से हमारी दोस्ती बढ़ी और हमने कई प्रोजेक्ट्स में एक साथ काम किया।

सवाल : बतौर निर्देशक दर्शकों की अपेक्षाओं का कितना दबाव था?

जवाब : मैंने ज्यादातर काम सुधीर मिश्रा और प्रकाश झा जैसे निर्देशकों के साथ किया है। सेट पर रहकर मैंने उनकी काम करने की शैली को बारीकी से देखा है। वे अपने साथ काम करने वाले कलाकारों को स्वतंत्रता देते हैं और उनको सहज महसूस कराते हैं। इसलिए कोई दबाव नहीं था। कैमरे की बारीकियों से अच्छी तरह परिचित होने के कारण मेरे लिए एक निर्देशक के नजरिए से दृश्यों को समझना आसान था। अगर कभी मुझे कुछ नहीं समझ में आता था तो मैं सुधीर जी से सलाह लेता था।

सवाल : 'हॉस्टेजेज 2’ की कास्टिंग की प्रक्रिया क्या रही?

जवाब : इस शो की कास्टिंग के फैसले मैंने, सुधीर मिश्रा और प्रोडक्शन हाउस ने मिलकर लिए। कुछ फैसले तो संयोगवश हो गए। जैसे शो में शिखा के किरदार के लिए हमें कोई सही अभिनेत्री नहीं मिल रही थी। इसी बीच मैं एक दिन सुधीर मिश्रा जी निर्देशन में हो रही एक अन्य फिल्म की सेट पर पहुंचा तो मेरी नजर श्वेता बासु प्रसाद पर गई। वह मुझे शिखा के किरदार के लिए सही लगीं।

सवाल : निर्देशन में आना किस प्रकार हुआ?

जवाब : मैंने निर्देशक बनने के उद्देश्य से ही फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था। उस समय मां ने कहा कि निर्देशक बनने का लक्ष्य लेकर चलो, लेकिन अगर कुछ टेक्निकल ज्ञान रहेगा तो कभी काम ढूंढऩे में परेशानी नहीं होगी। इसके बाद मैंने सिनेमेटोग्राफी का प्रशिक्षण लिया और सिनेमेटोग्राफी का काम करने लगा। मेरे अंदर निर्देशक बनने की इच्छा हमेशा रही जो अब पूरी हो रही है। बतौर निर्देशक खुद को स्थापित करना चाहता हूं। कुछ वेब सीरीज के लिए मैंने स्क्रिप्ट तैयार कर ली है, इन पर प्रोडक्शन हाउस के साथ बात भी चल रही है। जल्द ही उनके बारे में आधिकारिक घोषणा करूंगा।