Lootere: सोमालियाई लुटेरों की कहानी दिखाएगी वेब सीरीज 'लुटेरे', हंसल मेहता के बेटे जय मेहता का है डायरेक्शन
22 मार्च को डिज्नी प्लस हाटस्टार एक नई वेब सीरीज लुटेरे (Web Series Lootere) लेकर आ रही है। इस सीरीज में सोमालियाई लुटेरों की कहानी दिखाई जाएगी। लुटेरे का डायरेक्शन हंसल मेहता के बेटे जय मेहता ने किया है। हालांकि हंसल मेहता खुद भी बतौर क्रिएटर वेब सीरीज से जुड़े हैं। अब हाल ही में उन्होंने लुटेरे को लेकर बातचीत की।
एंटरटेनमेंट डेस्क, मुंबई। सोमालियाई लुटेरों की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। अब अफ्रीकी देश सोमालिया के इन लुटेरों की कहानी पर फिल्मकार हंसल मेहता के बेटे जय मेहता ने वेब सीरीज लुटेरे बनाया है। हंसल स्वयं भी इस शो से बतौर क्रिएटर जुड़े हैं। 22 मार्च को डिज्नी प्लस हाटस्टार पर प्रदर्शित हो रहे इस शो में रजत कपूर, विवेक गोम्बर, अमृता खानविलकर और दीपक तिजोरी जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में हैं।
यह भी पढ़ें- Elvish Yadav का जेल जाते ही फूटा भांडा, महंगी कार और दुबई के घर का पिता ने खोला राज, बताया कितना फेल है सिस्टमहंसल कहते हैं, ‘शो के निर्माता और क्रिएटर शैलेश सिंह ने विशाल कपूर और सुपर्ण वर्मा के साथ मिलकर यह कहानी विकसित की थी। उसके करीब डेढ़ साल बाद उन्होंने मुझे यह स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए दिया था। (हंसते हुए) उन्होंने मुझसे कहा था कि आपके पास कोई दूसरा उपाय नहीं है। यह शो तो करना ही पड़ेगा। फिर यही बात मैंने जय को भी कही थी कि तुम करना चाहो तो करो, लेकिन तुम्हारे पास कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है, करना ही पड़ेगा।’
अच्छा निर्देशक बनने का लालच
शो में एक संवाद है कि लालच बड़ी कुत्ती चीज होती है। बतौर फिल्मकार लालच पर हंसल कहते हैं, ‘लालच अच्छा और बुरा दोनों तरह का होता है। अच्छा लालच वो होता है, जिसमें आप अच्छा काम करना चाहते हैं, अच्छी कहानी कहने का लालच, अच्छा किरदार निभाने का लालच, अच्छा निर्देशक बनने का लालच। बुरा लालच वो है जिसमें आप वो चाहते हैं, जो आपका नहीं है। आप वो चीज किसी और से छीनना चाहते हैं। लालच और घृणा जैसी चीजों को अगर हम सकारात्मक नजरिये से देखें तो वो इंसान को आगे बढ़ने में अहम योगदान देती हैं। वहीं अगर लालच बुरा है, तो आपको गिरा भी सकता है। सिमरन (2017) वो फिल्म थी जो मुझे बहुत लालच के बाद हासिल हुई थी।’
बड़े पर्दे जैसी चीजें दिखेंगी वेब सीरीज में
हंसल कहते हैं, ‘इस शो में हमने पहली बार छोटे पर्दे के लिए लार्जर दैन लाइफ जैसी बड़े पर्दे पर दिखाई जाने वाली कुछ चीजें बनाई है। अब तक हम ज्यादातर सच्ची घटनाओं या समाज के विभिन्न विषयों पर आधारित शो बनाते आएं हैं। इस शो में भी समाज को दिखाने वाला आईना तो है, लेकिन वह आईना बहुत बड़ा है।’