बॉम्बे हाई कोर्ट से क्लीन चिट मिलते ही गुरुवार को Netflix पर रिलीज हुई The Indrani Mukerjea Story
मुंबई की शीना बोरा 2012 से लापता है। नेटफ्लिक्स ने इस पर डॉक्युसीरीज द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी का निर्माण किया है जिसमें इस घटना से जुड़े विभिन्न पहलुओं को दिखाया गया है। सीरीज में 4 एपिसोड्स हैं। सीबीआई ने सीरीज के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर करके रोक लगाने की मांग की थी जिसे उच्च न्यायालय ने गुरुवार को खारिज कर दिया।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) से क्लीन चिट मिलने के कुछ ही घंटों बाद नेटफ्लिक्स ने शीना बोरा केस पर बनी डॉक्युसीरीज द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी- बरीड ट्रुथ (The Indrani Mukerjea Story- Buried Truth) रिलीज कर दी। इस डॉक्युसीरीज की रिलीज रोकने के लिए सीबीआई ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
जांच एजेंसी ने शीना बोरा केस (Sheena Bora Case) की सुनवाई पूरी होने तक इसकी रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी। हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट ने सीबीआई के तर्कों को खारिज करते हुए रिलीज को क्लीन चिट दे दी।
डिस्क्लेमर के साथ नेटफ्लिक्स ने जारी की सीरीज
द इंद्राणी मुखर्जी स्टोरी- बरीड ट्रुथ डॉक्युसीरीज में लगभग 45 मिनट के चार एपिसोड्स हैं। इसके डिस्क्लेमर में साफ कहा गया है कि यह डॉक्युसीरीज शीना बोरा केस की सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर बनाई गई है। इसमें उन लोगों के इंटरव्यूज लिये गये हैं, जो इस केस से नजदीकी तौर पर जुड़े रहे।इस डॉक्युसीरीज में ऐसा कोई तथ्य या घटनाक्रम नहीं लिया गया है, जो पहले से पब्लिक डोमेन में ना हो। इस सीरीज की मेकिंग तक शीना बोरा केस में अंतिम फैसला नहीं आया है। इसलिए इस डॉक्युसीरीज के आधार पर किसी को निर्दोष या दोषी ना माना जाए।
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डॉक्युसीरीज में कुछ घटनाओं को रिक्रिएट किया गया है। वहीं, पत्रकारों और संबंधित लोगों के इंटरव्यूज इसमें दिये गये हैं। इंद्राणी मुखर्जी का इंटरव्यू भी इसमें शामिल है।