CBSE 10th Toppers 2022 Kanpur : दिव्या विश्वकर्मा ने 99 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रयागराज रीजन सहित जिले में किया टाप, यहां पढ़ें- टॉपरों की जुबानी
CBSE 10th Toppers 2022 Latest Updates सीबीएसई परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद सिटी टॉपरों ने अपनी सफलता की कहानी साझा की और भविष्य के सुनहरे सपने भी बताएं है। यहां पढ़े उनकी सफलता की कहानी और उनकी जुबानी...
By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2022 10:58 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। CBSE 10th Toppers 2022 सीबीएसई 10वीं बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद मेधवियों में खुशी की लहर है। प्रयागराज समेत जिलों में टॉप करने वाले छात्र-छात्राएं ने अपने अनुभव साझा किए और भविष्य की योजना पर बात की। आइए पढ़ते हैं टॉपरों की जुबानी उनकी सफलता की कहानी और भविष्य के सपने क्या हैं...।
समय प्रबंधन को अपनाया, सेल्फ स्टडी पर फोकस किया : मरियमपुर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, शास्त्री नगर में दिव्या विश्वकर्मा 99 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रयागराज रीजन सहित जिले में टाप किया है। राघव विहार, रावतपुर निवासी दिव्या के पिता राजेंद्र कुमार विश्वकर्मा एडीओ पंचायत और मां रानी चित्रकूट में सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं। दिव्या ने बताया कि नियमित पढ़ाई की। समय प्रबंधन को अपनाया। सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। एनसीईआरटी की किताबों से छह छह घंटे तक विषयवार पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान तनाव न हो, इसके लिए योगासन करती। समय निकालकर गेम्स भी खेलती। अब 12वीं कक्षा में सौ प्रतिशत अंक हासिल करना लक्ष्य है। दिव्या ने बताया कि आनलाइन से ज्यादा बेहतर आफलाइन क्लास है। इसमें टीचर के सामने होने पर फौरन समस्या का समाधान मिल जाता है।
सीबीएसई सैंपल पेपर्स हल करके अच्छे अंक पाए : दिल्ली पब्लिक स्कूल, आजाद नगर की छात्रा संस्थिता बिस्वास ने 99 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रयागराज रीजन सहित शहर में टाप किया है। तिलक नगर निवासी संस्थिता के पिता डा. एसके बिस्वास सीएसए विश्वविद्यालय में प्लांट पैथोलाजी विभाग में विभागाध्यक्ष हैं। मेधावी छात्रा संस्थिता ने बताया कि पूरे साल पढ़ाई के दौरान सैंपल पेपर्स से प्रश्नों को हल करने का अभ्यास किया। एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करने में मदद मिली। उन्होंने बताया कि आनलाइन पढ़ाई बेहतर विकल्प है लेकिन आफलाइन क्लास में ज्यादा आसानी से सिलेबस समझ में आता है। अब 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में सौ प्रतिशत अंक हासिल करने का लक्ष्य है। बोर्ड की पढ़ाई के साथ मेडिकल क्षेत्र में जाने के लिए कोचिंग भी करूंगी।
गणित से लगता था डर, फार्मूला समझकर सौ अंक पाए : गणित से डर लगता था। पूरे साल गणित के फार्मूला समझकर सवालों को हल करना शुरू किया। गणित की पेपर में सौ अंक हासिल किए। ये कहना है कि सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रयागराज रीजन व शहर में टाप करने वाली मेधावी छात्रा स्तुति जादौन का। श्री सनातन धर्म एजुकेशन सेंटर, कौशलपुरी की छात्रा स्तुति के पिता धीरज सिंह जादौन का काफी पहले निधन हो चुका है। मां साधना सिंह आयुध निर्माणी, अरमापुर में बतौर क्लर्क कार्यरत हैं। स्तुति ने बताया कि क्लास में वर्कशीट पर ज्यादा से ज्यादा पाठ्यक्रम का अभ्यास कराया जाता था। सैंपल पेपर्स से प्रश्नपत्र के सेट हल कराए जाते थे। शिक्षक हर माह टेस्ट कराकर तैयारी को परखते थे। इसका फायदा यह मिला कि जिन विषयों में कम अंक आते थे, उनमें कमियां दूर करके सफलता पाई।
यति को किताबें पढ़ना अच्छा लगता है : सिंहपुर निवासी और दिल्ली पब्लिक स्कूल कल्याणपुर में 10वीं की पढ़ाई कर परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक लाने वाली यति कटियार को किताबें पढ़ना अच्छा लगता है। अपनी सफलता के पीछे माता-पिता और अध्यापक के सहयोग को मानती हैं। यति ने बताया कि पिता इंद्र विक्रम कटियार चिकित्सक और मां शारदा सरकारी अध्यापिका हैं। मुझे अंग्रेजी, गणित और विज्ञान में पूरे 100 अंक मिले हैं पर सबसे कम इनफार्मेशन टेक्नोलोजी में 97 अंक आए हैं। स्कूल जाने से पहले मैं पढ़ाई करती थी ताकि जो पढ़ाया जाए वह अच्छे से समझ आ जाए। स्कूल से आने के बाद भी रिवीजन करती थी। मैंने कोचिंग की थी। माता पिता ने पढ़ाई को लेकर कभी दबाव नहीं बनाया। प्रेरणादायक किताबें पढ़ना मुझे अच्छा लगता है। आगे चलकर डाक्टर बनना है इसलिए अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है।