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Fact Check Story: राहुल गांधी ने नहीं दिया चीलों के बेरोजगार होने का बयान, वायरल हो रहा ऑल्टर्ड वीडियो

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने संबोधन के दौरान चीलों के बेरोजगार होने को लेकर चिंता जताई। हमारी पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 08 Nov 2022 03:18 PM (IST)
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Fact Check Story: राहुल गांधी ने नहीं दिया चीलों के बेरोजगार होने का बयान

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के भाषण का कुछ सेकेंड का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने संबोधन के दौरान चीलों के बेरोजगार होने को लेकर चिंता जताई।

वीडियो को देखकर यह प्रतीत हो रहा है कि यह राहुल गांधी के हाल-फिलहाल की किसी चुनावी रैली का है और और इस दौरान उन्होंने जो कहा, वह बेतुकी बात थी। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस वीडियो क्लिप को एडिटेड पाया, जिसे राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। ओरिजिनल वीडियो दिल्ली चुनाव के दौरान प्रचार का है, जब राहुल गांधी ने गंदगी को लेकर बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था और उनके इसी भाषण के एडिटेड क्लिप को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

जांच

वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ''.....मुझे एक बात समझाओ...यहां पर जो चील है...ये जो चील हैं, यहां पर क्यों उड़ रहे हैं। ये चील यहां क्या कर रहे हैं बताओ? कोई बता सकता है कि यहां पर जो चील हैं, वह यहां पर क्यों घूम रहे हैं....क्योंकि पिछले पांच सालों से उनको रोजगार नहीं मिल रहा है।''

वीडियो के ऑडियो को सुनकर स्पष्ट हो जाता है कि यह स्वाभाविक नहीं है, बल्कि इसमें एडिट कर छेड़छाड़ की गई है। वायरल वीडियो के आधार पर उपयुक्त की-वर्ड्स से सर्च करने पर इंडियन नेशनल कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर दो साल पहले अपलोड किया हुआ वीडियो मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के प्रचार के दौरान कोंडली में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी के भाषण का है।

23.30 मिनट के वीडियो में 8.50 मिनट के फ्रेम से आगे सुनने के बाद हमें वायरल वीडियो क्लिप का पूरा संदर्भ मिल जाता है। बीजेपी और नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी कहते हैं, ''.....पिछले पांच सालों में नरेंद्र मोदी ने 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपये अनिल अंबानी और अडाणी जैसे लोगों को दिए हैं। ये आप समझिए कि क्यों दे पाए? ये इसलिए दे पाए कि आप लोगों को बांटा। आप लोग एक-दूसरे से लड़ते हो और आपकी जेब से पैसा निकालकर सीधा अडाणी की जेब में जाता है। आपको पता भी नहीं लगता कि आपका कितना पैसा अडाणी और अंबानी की जेब में जाता है।''

इसके बाद वह आसमान की तरफ इशारा करते हुए कहते हैं, '''......अच्छा भैया मुझे एक बात बताओ...समझाओ कि ये जो चील हैं, यहां क्यों उड़ रहे हैं। ये चील यहां क्या कर रहे हैं, बताओ मुझे! कोई बता सकता है कि ये जो चील यहां पर घूम रहे हैं, यहां पर क्यों घूम रहे हैं?......ये जो गंदगी है, आप बताओ उसे हटाने के लिए कितने करोड़ रुपये लगेंगे? कितने लगेंगे बताओ? पांच करोड़, दस करोड़....देखो ये बच्ची कह रही है कि पांच करोड़..दस करोड़। ठीक है पचास करोड़ लग जाएंगे। नरेंद्र मोदी जी ने कुछ ही दिन पहले हिंदुस्तान के सबसे अमीर लोगों का एक लाख 30 हजार करोड़ रुपये टैक्स माफ किया है।'

वीडियो को सुनकर यह स्पष्ट हो जाता है उन्होंने चीलों का जिक्र गंदगी को हटाने के संदर्भ में किया था, न कि बेरोजगारी के संदर्भ में। बेरोजगारी वाली बात को एडिट कर जोड़ा गया है, जिससे भाषण का पूरा संदर्भ बदल जाता है।

हमारी जांच में यह स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी सरकार में चीलों के बेरोजगार होने के दावे के साथ राहुल गांधी के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो फेक है, जिसे एडिटिंग की मदद से दुष्प्रचार की मंशा के साथ तैयार किया गया है। विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक रिपोर्ट में इस दावे की विस्तृत पड़ताल और जांच की प्रक्रिया के बारे में पढ़ा जा सकता है।

https://www.vishvasnews.com/viral/fact-check-no-rahul-gandhi-did-not-blame-modi-govt-for-unemployment-of-eagles-viral-video-is-altered/?itm_source=homepage&itm_medium=dktp_s3&itm_campaign=editorpick