Fact Check: कतर के अमीर ने भारतीय मुस्लिमों को नहीं बताया धर्मांतरित, पुराने भाषण का अंश FAKE दावे से वायरल
एक वायरल वीडियो में यह दावा किया गया है कि कतर के अमीर ने भारतीय मुस्लिमों को धर्मांतरित मुस्लिम बताते हुए उन्हें अरब देशों से संबंधित मुद्दों में हस्तक्षेप करने से मना किया है। हालांकि दैनिक जागरण की सहयोगी वेबसाइट विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।
विश्वास न्यूज, नई दिल्ली। इजरायल-हमास संघर्ष के संदर्भ में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो क्लिप को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि खाड़ी देश कतर के अमीर ने भारतीय मुस्लिमों को धर्मांतरित मुस्लिम बताते हुए उन्हें अरब देशों से संबंधित मुद्दों में हस्तक्षेप करने से मना किया है। इस दावे के साथ उनके एक वीडियो क्लिप को शेयर कर बताया जा रहा है कि अरब देशों पर गाजा के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाए जाने के बाद उन्होंने भारतीय मुस्लिमों को धिक्कारते हुए यह जवाब दिया।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का ही है, लेकिन यह पुराना वीडियो है, जिसमें उन्हें फलस्तीन मुद्दे के बारे में बोलते हुए सुना जा सकता है। 2017 के इस पुराने वीडियो में वह फलस्तीनी मुद्दे को जमीन से विस्थापित लोगों का मुद्दा बता रहे हैं। उनके भाषण में कहीं भी भारतीय मुस्लिमों और उनके धर्मांतरित होने का जिक्र नहीं है।
वायरल वीडियो क्लिप में नजर आ रहे व्यक्ति को अरबी भाषा में बोलते हुए सुना जा सकता है और इस क्लिप के साथ नजर आ रहे कैप्शन (अंग्रेजी) में लिखा हुआ है, "......भारतीय मुस्लिमों को अरब मुद्दों में दखल देने से बचना चाहिए। हमें धर्मांतरित मुस्लिमों से गाजा पर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है, जो अरब देशों पर गाजा की बहुत अधिक मदद नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं। अगर वे गाजा के बारे में इतने ही चिंतित हैं तो उन्हें फ्लाइट लेकर गाजा पहुंचना चाहिए और लोगों की मदद करनी चाहिए।"
वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह 'Aljazeera Mubasher' के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला, जिसे 14 मई 2107 को अपलोड किया गया है। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो 17वें दोहा फोरम में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के संबोधन का है। इस फोरम का थीम 'डेवलपमेंट , स्टेबिलिटी और रिफ्यूजी इश्यू' था।
हमारी जांच से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो क्लिप हाल का नहीं, बल्कि पुराना है और इसका हालिया इजरायल-हमास संघर्ष से कोई लेना-देना नहीं है।
थानी का पूरा संबोधन अरबी में हैं और इसी भाषण का एक अंश (0.25 सेकेंड का फ्रेम) सोशल मीडिया पर भारतीय मुस्लिमों को धिक्कारे जाने के दावे से वायरल हो रहा है। स्पष्ट है कि वायरल वीडियो क्लिप के साथ जोड़ा गया टेक्स्ट, जिसमें कतर के अमीर को भारतीय मुस्लिमों के बारे में आपत्तिजनक बयान देते हुए दिखाया गया है, वह एडिटेड है। उनके अरबी में दिए गए भाषण में कही गई बातों को मनगढंत बयान से जोड़ दिया गया है।
थानी के इस कार्यक्रम को संबोधित किए जाने का वीडियो दोहा फोरम के यू-ट्यूब चैनल पर भी मौजूद है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के दोहा फोरम के 2017 के संबोधन के वीडियो क्लिप को फेक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। थानी ने विकास, स्थिरता और शरणार्थी मुद्दे वाले थीम पर आधारित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि फिलिस्तीन का मुद्दा उन लोगों से संबंधित मुद्दा है, जो अपनी जमीन से विस्थापित कर दिए गए थे।
इसी वीडियो क्लिप को एडिट कर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि उन्होंने भारतीय मुस्लिमों को धर्मांतरित मुस्लिम बताते हुए गाजा मुद्दे पर अरब देशों को सलाह नहीं देने की अपील की है।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर दावे की विस्तृत पड़ताल और जांच की प्रक्रिया के बारे में पढ़ा जा सकता है...