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Fact Check: क्या यह अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की तस्वीर है, जानिए क्या है सच

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जयंती के बाद सोशल मीडिया पर एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर वायरल होने लगी। कुछ लोगों ने कहा ये फोटो अटल बिहारी बाजपेयी और उनकी मां की हैं।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 27 Dec 2022 06:08 PM (IST)
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'विश्वास न्यूज' ने पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की नहीं है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जयंती के बाद सोशल मीडिया पर एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर वायरल होने लगी। इस तस्वीर में महिला और छोटा बच्चा दिख रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वायरल फोटो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह फोटो अटल बिहारी वाजपेयी और उनकी मां की है।

दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' ने पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की नहीं है। यह फोटो बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले रानू शंकर की है।

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए 'विश्वास न्यूज' ने सबसे पहले इसको गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। 5 जनवरी 2021 को नवभारत टाइम्स में इस तस्वीर के बारे में खबर छपी है। इसके अनुसार, यह ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर बिहार से जुड़ी हुई है। यह मुजफ्फरपुर के रहने वाले रानू नीलम शंकर के बचपन की फोटो है। उनकी मां का नाम नीलम शंकर था। रानू शंकर का कहना है कि यह फोटो उनके बचपन की है। इस तस्वीर में उनके साथ उनकी मां नीलम शंकर हैं।

इसके बाद 'विश्वास न्यूज' ने रानू शंकर की फेसबुक प्रोफाइल भी खंगाली। इस पर वायरल फोटो मिल गई। इसको 13 फरवरी 2022 को पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा है कि हमारी पूज्यनीय माता जी स्वर्गीय नीलम शंकर। इसकी अधिक पुष्टि के लिए 'विश्वास न्यूज' ने रानू शंकर से बात की। उन्होंने कहा, 'मैं मुजफ्फरपुर में रहता हूं। यह तस्वीर मेरे बचपन की है। इसमें मेरे साथ मेरी मां हैं। जब मैं करीब दो साल का था, तब फोटो को एक स्टूडियो में लिया गया था। 1980 में मेरी मां का देहांत हो गया था। मैं 2020 में पारु विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुका हूं और गांधी स्वराज आश्रम का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं। मैं समासजसेवा से भी जुड़ा हुआ हूं।

पूरी पड़ताल को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।