Fact Check Story: अभिनेता परेश रावल के 5 साल पुराने वीडियो को गलत संदर्भ में किया जा रहा शेयर
भाजपा के पूर्व सांसद और अभिनेता परेश रावल को लेकर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि परेश रावल ने गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान बंगालियों पर दिए गए एक विवादित बयान पर माफी मांगी हैं।
By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Sun, 11 Dec 2022 01:25 PM (IST)
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण और अंतिम चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर कई प्रकार की फर्जी व भ्रामक पोस्ट वायरल हो रही हैं। भाजपा के पूर्व सांसद और अभिनेता परेश रावल को लेकर एक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि परेश रावल ने गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान बंगालियों पर दिए गए एक विवादित बयान पर माफी मांगी हैं। इस वीडियो को हालिया घटना से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2017 का है। जिसे लोग भ्रामक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। साल 2017 में परेश रावल ने राजपूत समुदाय की तुलना बंदर से की थी। जिस पर उन्होंने बाद में माफी मांगी थी, ये वीडियो उसी दौरान का है।फेसबुक यूजर समाचार 24/7 ने वायरल वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “वोटर्स ने रपटा दिया…अब गिड़गिड़ाकर माफी मांगता फिर रहा…गली गली।” इस वीडियो को सोशल मीडिया पर समान और मिलते-जुलते दावे के साथ कई अन्य यूजर्स भी शेयर कर रहे है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने कई कीवर्ड्स और टूल्स का इस्तेमाल किया। विश्वास न्यूज ने सबसे पहले यूट्यूब पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान विश्वास न्यूज को यह वीडियो जबरसिह राठौड़ कालेवा नामक एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 30 नवंबर 2017 को अपलोड किया गया था। वीडियो को लेकर दी गई जानकारी के मुताबिक, परेश रावल का यह वीडियो राजपूत समाज से माफी मांगने का है।
इस दावे की पूरी सच्चाई जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर पूरे फैक्ट चेक को पढ़ा जा सकता है।