Fact Check Story: इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति की तस्वीर पारले जी गर्ल के नाम से वायरल
विश्वास न्यूज को 2013 में economictimes में छपा एक आर्टिकल मिला जिसमें लिखा था कि पार्ले जी कंपनी ने बताया है कि बिस्कुट के कवर पर मौजूद बच्ची कोई असली बच्ची नहीं बल्कि एक रचनात्मक चित्रण है जिसे एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Thu, 29 Sep 2022 02:23 PM (IST)
नई दिल्ली, विश्वास टीम। वाट्सऐप समेत सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर 2 तस्वीरें वायरल हो रहीं हैं। इनमें एक तस्वीर में एक महिला को और दूसरी तस्वीर में जाने माने बिस्कुट ब्रांड पारले जी बिस्कुट के पैकेट को देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी के कवर पर मौजूद बच्ची हैं। और इस तस्वीर को तब खींचा गया था जब वे 1 साल की थीं। दैनिक जागरण के फैक्ट चेकिंग विग विश्वास न्यूज़ की दावा गलत निकला। तस्वीर में मौजूद महिला इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति हैं। उनका पारले जी कवर गर्ल से कोई लेना-देना नहीं है।
महिला की तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च करने पर विश्वास न्यूज के सामने वायरल तस्वीर में मौजूद महिला की बहुत-सी तस्वीरें निकल के आईं। ये तस्वीरें इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति की थीं। कीवर्ड सर्च करने पर भी विश्वास न्यूज़ को कहीं भी सुधा मूर्ति के पार्ले जी गर्ल होने की कोई कनफर्म्ड रिपोर्ट नहीं मिली।विश्वास न्यूज को 2013 में economictimes में छपा एक आर्टिकल मिला जिसमें लिखा था कि पार्ले जी कंपनी ने बताया है कि बिस्कुट के कवर पर मौजूद बच्ची कोई असली बच्ची नहीं, बल्कि एक रचनात्मक चित्रण है जिसे एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था।
ज़्यादा पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर मयंक शाह से बात की। उन्होंने कहा “पार्ले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”
कौन हैं सुधा मूर्ति?
सुधा मूर्ति इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन होने के साथ-साथ एक लेखक और सोशल एक्टिविस्ट भी हैं। उन्होंने अभी तक कन्नड़, मराठी और अंग्रेजी भाषाओँ में 20 से भी अधिक किताबें पब्लिश की हैं।क्या है पार्ले जी?
Parle-G भारत में Parle Products द्वारा निर्मित बिस्कुट का एक ब्रांड है। इस बिस्कुट को 1939 से कंपनी द्वारा बनाया और बेचा जा रहा है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार 2003 में नीलसन द्वारा पारले-जी को दुनिया का सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट ब्रांड घोषित किया गया था।निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में पता चला कि ये दावा गलत है। तस्वीर में मौजूद महिला इन्फोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुधा मूर्ति हैं, न कि पारले जी गर्ल। पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर ने कहा “पारले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था।”
इस पूरी खबर को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।