Move to Jagran APP

चीन फुटबॉल संघ के पूर्व अधिकारी को सुनाई गई 11 साल की सजा, 4 साल के कार्यकाल में ली 1.7 मिलियन डॉलर की रिश्वत

चीन की एक अदालत ने सोमवार को देश के फुटबॉल संघ के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में 11 साल की जेल की सजा सुनाई। मार्च में ली युयी ने सीएफए में अपने पदों का दुरुपयोग करके 2004 और 2021 के बीच 1.7 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की धनराशि और उपहार इकट्ठा करने का दोष स्वीकार किया।

By Umesh Kumar Edited By: Umesh Kumar Updated: Mon, 19 Aug 2024 10:38 PM (IST)
Hero Image
चीन में रिश्वत लेने के आरोप फुटबॉल संघ के आधिकारी को 11 साल की सजा। फाइल फोटो
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। चीन की एक अदालत ने सोमवार को देश के फुटबॉल संघ के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में 11 साल की जेल की सजा सुनाई। यह खेलों में भ्रष्टाचार पर व्यापक कार्रवाई के तहत दोषी ठहराए जाने का नया मामला है। हुबेई प्रांत के जिंगझोउ की एक अदालत ने चीनी फुटबॉल संघ (सीएफए) के पूर्व उपाध्यक्ष ली युयी को सजा सुनाई।

अदालत ने ली युयी पर 140,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। साथ ही आदेश दिया कि भ्रष्टाचार के माध्यम से अर्जित उनकी संपत्ति जब्त की जाए और राज्य को सौंप दी जाए। बता दें कि मार्च में, ली ने सीएफए में अपने पदों का दुरुपयोग करके 2004 और 2021 के बीच 1.7 मिलियन डॉलर से अधिक मूल्य की धनराशि और उपहार इकट्ठा करने का दोष स्वीकार किया।

चार साल किया काम

ली ने 2015 से 2019 तक सीएफए के उपाध्यक्ष के रूप में काम किया। इससे पहले, वह शंघाई के खेल प्रशासन के प्रमुख थे। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में अधिकारियों ने चीन के खेल उद्योग, विशेषकर फुटबॉल में भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई की है। शी खुद को फुटबॉल का दीवाना बताते हैं और कहते हैं कि उनका सपना है कि उनका देश वर्ल्ड कप की मेजबानी करे और उसे जीते।

चीन फुटबॉल एसोसिएशन में भ्रष्टाचार

हालांकि, बार-बार सामने आए भ्रष्टाचार घोटालों और मैदान पर सालों से मिल रहे निराशाजनक नतीजों के बाद यह महत्वाकांक्षा पहले से कहीं अधिक दूर दिखाई देती है। मार्च में, पूर्व सीएफए प्रमुख चेन जूयुआन को 11 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत लेने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

उसी महीने, चीन की राष्ट्रीय टीम के पूर्व मुख्य कोच और पूर्व एवर्टन मिडफील्डर ली टाई ने 10.7 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत लेने और मैच फिक्स करने में मदद करने का दोष स्वीकार किया।

यह भी पढे़ं- 'कोई भारतीय ही बने टीम का अगला कोच' AIFF ने जिस पर जताया भरोसा उसने ही दिखा दिया आईना

यह भी पढ़ें- Olympics Football: स्पेन ने फ्रांस को हराकर 32 साल बाद मेंस फुटबॉल का जीता गोल्ड