उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया है कि राज्य सरकार फुटबॉल के बढ़ावे के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य के 18 कमिश्नरियों में 18 नए फुटबॉल स्टेडियम खोले जाएंगे। हाल ही में लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में पहला कोलकाता डर्बी खेला गया था। फुटबॉल को बढ़ाने के लिए राज्यभर में स्टेडियम विकसित किए जाएंगे।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में फुटबॉल के लिए ऐतिहासिक पल रहा, जब सोमवार को लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में पहला कोलकाता डर्बी खेला गया। इस मैच की शोभा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी उपस्थिति से बढ़ाई। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई घोषणाएं की, जिससे राज्य में खेल में सुधार का लक्ष्य साधा गया।
भारतीय फुटबॉल की पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी मोहन बगान और ईस्ट बंगाल के बीच लखनऊ के केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मुकाबला खेला गया था, जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने वादा किया कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में फुटबॉल के बढ़ावे के लिए प्रतिबद्ध है।
योगी आदित्यनाथ ने की घोषणाएं
योगी आदित्यनाथ ने घोषणा करते हुए बताया कि शुरुआती चरण में राज्य के 18 कमिश्नरेट में 18 नए फुटबॉल स्टेडियम निर्माण करने की योजना है। इसके अलावा, फुटबॉल ढांचे को बढ़ाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में 827 फुटबॉल मैदान विकसित किए जाएंगे, जिससे राज्यभर में ज्यादा टूर्नामेंट का आयोजन किया जा सके।यह भी पढ़ें: FIFA Rankings: भारत को फीफा की ताजा रैंकिंग में हुआ तगड़ा नुकसान, जानें नंबर-1 पर है कौन-सी टीम?
अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (AIFF) अध्यक्ष कल्याण चौबे ने मैच से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केडी बाबू सिंह स्टेडियम को अच्छी अवस्था में लाने पर प्रकाश डाला, जिसके कारण यहां दो मजबूत टीमों मोहन बगान और ईस्ट बंगाल के बीच मुकाबला हो सका।
कल्याण चौबे का बयान
8 अगस्त को मुझे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपके फुटबॉल के प्रति प्यार और समर्पण का एहसास करके मैंने आपसे एक गुजारिश की। मैंने कहा कि डर्बी जैसा मैच अगर लखनऊ में खेला जाएगा तो उत्तर प्रदेश में फुटबॉल की प्रगति में मदद करेगा। मगर मैच की मेजबानी के लिए अच्छे स्टेडियम का होना समस्या थी। मगर मुझे हैरानी हुई कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़े मौके के लिए केवल 19 दिनों में केडी सिंह बाबू स्टेडियम को अच्छी अवस्था में लाकर खड़ा कर दिया। यह लखनऊ शहर में प्रत्येक फुटबॉल प्रशंसक के लिए बड़े गर्व की बात है।
योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश में फुटबॉल के विकास की प्रक्रिया को बढ़ाने में समर्थन देने का वादा किया। उन्होंने कहा कि सरकार हरसंभव मदद करने के लिए तत्पर है।उत्तर प्रदेश सरकार और यहां के लोगों की तरफ से मैं मोहन बगान और ईस्ट बंगाल क्लब का स्वागत करता हूं। यह हमारे लिए बड़े सम्मान की बात है कि यह प्रतिष्ठित मुकाबला हमारे राज्य की राजधानी लखनऊ में पहली बार खेला जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा समर्थित खेलो इंडिया पहल भारत में खेलों का एक प्रमुख चालक रही है और उनके दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, यूपी ने खुद को इस मिशन के साथ जोड़ लिया है।
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