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ISL में फिर दिखेगा दिल्ली का क्लब, शुरू हो गई तैयारी, बन गया मास्टरप्लान

भारत की शीर्ष फुटबॉल लीग इंडियन सुपर लीग में दिल्ली का कोई क्लब नहीं है। जब आईएसएल की शुरुआत हुई थी तब दिल्ली डायानमोज नाम से एक क्लब थे जिसे बाद में हटा दिया गया है। लेकिन आईएसएल में एक बार फिर दिल्ली के क्लब की वापसी हो सकती है। इसके लिए तैयारी की जा रही है और जल्द ही खुशखबरी मिल सकती है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Mon, 14 Oct 2024 12:48 PM (IST)
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आईएसएल में जल्द दिखेगा दिल्ली का फुटबॉल क्लब

 लोकेश शर्मा, जेएनएन, नई दिल्ली। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) को लेकर दिल्ली में भी तैयारियां चल रही हैं। खिलाड़ी के साथ खेल संघ भी अपना ध्यान इस लीग पर लगाए हुए हैं। आईएसएल के मुकाबले राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में भी खेले जाएंगे। इस लीग में दिल्ली के खिलाड़ी अलग अलग क्लबों से खेल रहे हैं। दिल्ली की फुटबॉल टीम इस साल में अलग अलग प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन कर रही है। ऐसे में आईएसएल में दिल्ली के क्लब को लेकर भी दिल्ली फुटबॉल संघ तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही दिल्ली में फुटबॉल खिलाड़ियों को निखारने के लिए संघ लगातार प्रयास कर रहा है। इन सभी मसलों पर पेश है दैनिक जागरण के लोकेश शर्मा की दिल्ली फुटबॉल संघ के अध्यक्ष अनुज गुप्ता से बातचीत के प्रमुख अंश...

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सवाल- इंडियन सुपर लीग में दिल्ली का क्लब कब शामिल होगा?

जवाब- जल्द ही इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में दिल्ली का क्लब दिखने वाला है। सीनियर भारतीय टीम में खेलने से पहले इंडियन सुपर लीग खेलना पड़ता है। इसके बाद खिलाड़ियों का चयन भारत की मुख्य टीम में किया जाता है। दिल्ली में कोई इस प्रकार का क्लब नहीं इस वजह से खिलाड़ियों को बाहर खेलने जाना पड़ता है। मुझे उम्मीद है बहुत जल्दी दिल्ली में भी आईएसएल क्लब शुरू होने वाला है, जिसके बाद खिलाड़ियों को बाहर खेलने नहीं जाना पड़ेगा। हमारा फोकस चैंपियन बनने पर रहता है। दिल्ली ने देश की दिग्गज टीम को हराया है। जिसमें केरल, मणिपुर जैसी टीम शामिल है।

सवाल- दिल्ली के खिलाड़ियों को अवसर देने के लिए क्या किया जा रहा है?

जवाब- मुझे 120 प्रतिशत यकीन है कि दिल्ली फुटबॉल की टीम से ही अगला सुनील छेत्री निकलने वाला है। हमारा मकसद ये है कि जो भी बच्चा दिल्ली से है वो भारत ही नहीं विश्व के बड़े बड़े क्लब से भी खेलें। भारतीय फुटबॉल टीम में दो लड़कों का चयन किया गया। ये खिलाड़ी दामलियान और सोनप सेरपा है। जूनियर में अंडर-17 में नौ लड़कों को शिविर में बुलाया गया था, जिसमें से नेका चंद्रा और मोहम्मद शामी को भारतीय टीम में चुना गया है। अंडर-17 की नेशनल लीग में सुदेवा एफसी उपविजेता रही हैं। दिल्ली टीम जूनियर और सीनियर स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है।

सवाल- दिल्ली के खिलाड़ियों के लिए संघ क्या कर रहा है?

जवाब- दिल्ली फुटबॉल टीम की दालमिया सिब्बत महिला वर्ग में देश की उपकप्तान है। वह भी दिल्ली से ही निकली है। इनके अलावा भी कई लड़कियां दिल्ली से ही देश के लिए चयनित हुई है। दिल्ली फुटबॉल संघ में अलग-अलग वर्ग में चार से पांच हजार खिलाड़ी खेल रहे है। जिसमें महिला और पुरुष वर्ग दोनों शामिल है। दिल्ली फुटबॉल प्रीमियर लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों को इंडियन फुटबॉल और इंडियन सुपर लीग में जाने का अवसर मिलता है। यहां पर अच्छा खेलने पर सीआइएसएफ, एयरपोर्ट और आरबीआइ में इन खिलाड़ियों की नौकरी मिलती है। l

सवाल- दिल्ली फुटबाल प्रीमियर लीग के खिलाड़ियों पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे हैं, उस पर क्या हो रहा है?

जवाब- आंबेडकर स्टेडियम में मैच फिक्सिंग को रोकने के लिए हमने कैमरे लगाए है और एक अनुशासन कमेटी गठित की गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो में जो हमने शिकायत दी थी, उस शिकायत के अंतर्गत एफआइआर दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस इसकी जांच कर रही है। अभी मैच फिक्सिंग के कारणों का पता नहीं लगा है। मैच फिक्सर एक ग्रुप की तरह आते हैं। पहले कोलकाता, गोवा और अब दिल्ली में भी आए हैं। ये लोग टीम और खिलाड़ियों को अलग अलग तरीके से बरगलाकर उन्हें अपने झांसे में लेकर फिक्सिंग को अंजाम देते हैं। फुटबॉल फेडरेशन का ध्यान अब खिलाड़ियों की गतिविधियों पर है कि वे किससे मिलते हैं, कहां जाते हैं।

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