FIFA World Cup: सेमीफाइनल में फ्रांस से हारने के बाद भड़के मोरक्को के समर्थक, एक बच्चे की मौत
1912 से 1956 तक मोरक्को फ्रांसीसियों का गुलाम रहा है। फीफा विश्व कप में उलटफेर करते हुए मोरक्को सेमीफाइनल में पहुंचा था। ऐसे में दर्शकों को उम्मीद थी कि वह फ्रांस को हराकर फाइनल में पहुंचेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
By AgencyEdited By: Umesh KumarUpdated: Thu, 15 Dec 2022 07:27 PM (IST)
नई दिल्ली, एपी। फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में फ्रांस ने मोरक्को को 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में मिली हार के बाद मोरक्को के समर्थन भड़क गए। हार के मोरक्को के समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए तोड़फोड़ की। बुधवार रात ल्योन में दंगे भड़क उठे। वहीं फ्रांस की जीत का जश्न माने के दौरान एक बच्चे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
बता दें कि 1912 से 1956 तक मोरक्को फ्रांसीसियों का गुलाम रहा है। फीफा विश्व कप में उलटफेर करते हुए मोरक्को सेमीफाइनल में पहुंचा था। ऐसे में दर्शकों को उम्मीद थी कि वह फ्रांस को हराकर फाइनल में पहुंचेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फ्रांस में भड़के दंगे को पुलिस ने बड़ी मुश्किल से शांत करवाया।
फ्रांस की जीत का जश्न मना रहे बच्चे की मौत
औपनिवेशक अतीत होने के चलते फ्रांस में बड़ी संख्या में मोरक्को के प्रवासी रहते हैं। उत्तरी अफ्रीकी देश की करीब 38 मिलियन की आबादी की तुलना में, लगभग 5 मिलियन मोरक्को ने फ्रांस को अपना घर बना लिया है। औपनिवेशक इतिहास होने के चलते दोनों के बीच दुश्मनी जैसा माहौल रहता है।पुलिस ने 100 लोगों को लिया हिरासत में
वहीं दूसरी तरफ स्थानीय क्षेत्रीय अधिकारियों के अनुसार, दक्षिणी फ्रांसीसी शहर मोंटपेलियर में भीड़ फ्रांस की जीत का जश्न मना रही थी। ऐसे में एक कार ने एक बच्चे को टक्कर मार दी। जिससे उसकी मौत हो गई। हेरॉल्ट के अधिकारियों ने कहा कि चालक घटनास्थल से भाग गया, लेकिन वाहन को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता इल्से वान डी कीरे ने कहा कि बुधवार देर रात करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया गया। जब फुटबॉल प्रशंसकों ने पुलिस पर आतिशबाजी की और ब्रसेल्स के केंद्र में कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया।