भारतीय फुटबॉल पर पड़ा मैच फिक्सिंग का साया, 24 खिलाड़ी, तीन क्लब पर लगा प्रतिबंध
मिजोरम फुटबॉल एसोसिएशन ने मिजोरम प्रीमियर लीग में मैच फिक्सिंग स्कैंडल के खुलासा होने के बाद तीन क्लब और 24 खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। एसोसिएशन खेल की अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और इसमें शामिल लोगों के लिए सख्त दंड का आश्वासन दिया है। बता दें कि तीनों क्लब राज्य लीग की शीर्ष टीमों का हिस्सा हैं।
एमएफए ने कथित भ्रष्टाचार में शामिल पाए गए दो खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध, चार खिलाड़ियों पर पांच साल का प्रतिबंध, 10 खिलाड़ियों पर तीन साल का प्रतिबंध और आठ खिलाड़ियों पर एक साल का प्रतिबंध लगाया है।राज्य फुटबॉल ईकाई ने अपने बयान में कहा, ''स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ जांच के बाद मिजोरम फुटबॉल एसोसिएशन के संज्ञान में यह आया है कि हाल ही में संपन्न एमपीएल-11 में कुछ क्लब, अधिकारी और खिलाड़ी भ्रष्टाचार के कृत्यों में शामिल थे, जिसके लिए सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद उन्हें दंडित किया गया है।''
एमएफए ने अपने बयान में कहा, ''कुछ शरारती तत्वों से जुड़ी ये गतिविधियां हमारे मूल्यों का गंभीर उल्लंघन दर्शाती हैं, हमारे खेल की अखंडता को कमजोर करती हैं और उन प्रशंसकों का अपमान करती हैं जो मिजोरम फुटबॉल का उत्साहपूर्वक समर्थन करते हैं। इन निष्कर्षों के परिणामस्वरूप, हमने इसमें शामिल लोगों पर सख्त जुर्माना लगाया है।''
तीनों क्लब शीर्ष राज्य लीग का हिस्सा हैं और सिहफिर अंतिम चार में पहुंची थी। सिहफिर को सेमीफाइनल में विजेता एजवाल एफसी से शिकस्त मिली थी। इस चुनौतीपूर्ण समय में फुटबॉल समुदाय से समर्थन की उम्मीद रखते हुए एमएफए ने कहा, ''हम फुटबॉल प्रशंसकों, साझेदारों और व्यापक फुटबॉल समुदाय से इस चुनौतीपूर्ण अध्याय को संबोधित करते हुए हमारे साथ खड़े होने का आह्वान करते हैं।''एमएफए ने अपने बयान में यह भी कहा, ''हम हितधारकों को यह भी आश्वस्त करते हैं कि इन गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले क्लबों को भविष्य की प्रतियोगिताओं में उनकी भागीदारी को प्रभावित करने वाले प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा, और इसमें शामिल खिलाड़ियों और अधिकारियों को एमएफए द्वारा उचित समझे जाने वाले निलंबन और अन्य अनुशासनात्मक उपायों के अधीन किया जाएगा।''