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चक्रवात से पहले कच्छ में 3.5 तीव्रता का भूकंप, गुजरात के तटीय इलाकों के लिए रेड अलर्ट हुआ जारी

अरब सागर का चक्रवात बिपर्जय गुरुवार देर रात गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। इससे पहले बुधवार को कच्छ में 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है। बता दें कि चक्रवात का असर कई राज्यों में दिख रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 15 Jun 2023 02:31 AM (IST)
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गुजरात के कच्छ में 3.5 तीव्रता का तूफान आया।(फोटो जागरण)
अहमदाबाद, पीटीआइ। गुजरात के कच्छ जिले में बुधवार शाम ऐसे समय 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जब क्षेत्र में चक्रवात बिपर्जय तट की ओर बढ़ रहा है। भूकंप से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान ने कहा कि भूकंप कच्छ जिले के भचाऊ से पांच किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में शाम पांच बजकर पांच मिनट पर महसूस किया गया।

वर्ष 2001 के भूकंप ने कच्छ में लाई थी तबाही

कच्छ जिला 'अत्यंत उच्च जोखिम' भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है और वहां कम तीव्रता के भूकंप नियमित रूप से आते रहते हैं। वर्ष 2001 का भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था।

कई राज्यों में दिख रहा चक्रवात का असर

अरब सागर का चक्रवात बिपर्जय गुरुवार देर रात गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। यह चक्रवात अभी थोड़ा कमजोर जरूर पड़ गया है, लेकिन इसके खतरे कम नहीं हुए हैं। तटीय इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। चक्रवात का असर सिर्फ गुजरात और महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं रह पाएगा। समुद्र तटों से टकराने के बाद भी अगले चार-पांच दिनों तक इस चक्रवात की हवा 30-40 किमी प्रतिघंटे की गति से पूर्व की ओर बढ़ेगी। इससे दिल्ली समेत पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा हो सकती है।

तटीय क्षेत्र में जारी की गई चेतावनी

स्काइमेट के प्रवक्ता महेश पलावत ने बताया कि 18 जून से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती हवा का असर दिखने लग जाएगा। रेलवे ने तटीय इलाकों में चलने वाली सारी ट्रेनें दो दिन पहले से ही निरस्त कर दी हैं। खेतों में खड़ी फसलों, पेड़ों और बागों को क्षति पहुंच सकती है।भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के मुताबिक, बिपर्जय गुरुवार रात जखाऊ पोर्ट के पास तट से टकराएगा।

अभी समुद्र में इसकी गति 160-170 किमी प्रतिघंटा है। पहले यह उत्तर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन दोपहर बाद पूर्व की ओर मुड़ गया। हवा की गति थोड़ी धीमी होने लगी है, लेकिन 15 जून को तट से टकराने के दौरान गति 125 से 135 किमी प्रतिघंटे रह सकती है। तटीय क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा की चेतावनी जारी कर दी गई है।

गुजरात के तटीय इलाकों में तेज बारिश

आइएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक उस वक्त समुद्र में दो से तीन मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। सौराष्ट्र और कच्छ में अगले दो दिनों तक बारिश जारी रहेगी। गुजरात से सटे राजस्थान के पश्चिमी इलाके में भी भारी वर्षा की आशंका व्यक्त की गई है।

चक्रवात के तट से टकराने से पहले ही गुजरात के तटीय इलाकों में तेज हवा के साथ भारी वर्षा हो रही है। अधिकारियों के मुताबिक गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक लगभग 74 हजार लोगों अस्थायी आश्रय शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। चक्रवात का गुजरात के सात जिलों में सबसे ज्यादा असर होने की आशंका है।

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