'प्रभावी अभियानों से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार कर रही सरकार', अमित शाह बोले- केंद्र ने 1.33 लाख करोड़ किया बजट
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले एक दशक में बजट बढ़ाकर कई योजनाओं और अभियानों को शुरू किया है। उन्होंने केंद्र सरकार समग्र दृष्टिकोण और प्रभावी अभियान के साथ नागरिकों का स्वास्थ्य सुधार रही है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की खातिर स्वास्थ्य अवसंरचना को सुधारने और मानव संसाधन बढ़ाने का काम किया है।
पीटीआई, अहमदाबाद। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले एक दशक में बजट बढ़ाकर कई योजनाओं और अभियानों को शुरू किया है। उन्होंने केंद्र सरकार समग्र दृष्टिकोण और प्रभावी अभियान के साथ नागरिकों का स्वास्थ्य सुधार रही है।
अमित शाह ने छठे ‘एडवांसमेंट इन एंड्रोलॉजी’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए चिकित्सकों और पैरामेडिकल कर्मियों को कोविड-19 के खिलाफ संघर्ष में समर्पण के साथ काम करने को लेकर उनका आभार भी व्यक्त किया।
लोगों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए उठाए कदम- अमित शाह
उन्होंने कहा, 'पिछले 10 सालों में देशभर में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारें बहुत बारीकी से तैयार योजनाओं को लागू कर लोगों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए समग्र दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम कर रही हैं। सबसे बड़ा काम स्वास्थ्य बजट 33,000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.33 लाख करोड़ रुपये करना था'
'स्वच्छ भारत योजना जैसे अभियानों ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका'
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की खातिर स्वास्थ्य अवसंरचना को सुधारने और मानव संसाधन बढ़ाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि बीमारियों की रोकथाम के लिए शुरू किए गए स्वच्छ भारत योजना जैसे अभियानों के साथ-साथ देश के हर हिस्से में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने की पहल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पोती के जन्म का किया जिक्र
शाह ने अपने परिवार का भी हवाला दिया। उन्होंने बताया कि मेरी एक पोती का जन्म COVID-19 के दौरान हुआ था और परिवार के सदस्यों ने उसे टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल नहीं ले जाने का फैसला किया। एक निजी अस्पताल में नौ साल से कम उम्र के बच्चे के लिए टीके का बिल 36,000 रुपये था। जबकि मेरी पहली पोती के जन्म के समय ऐसा कुछ नहीं था।
महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में हुआ सुधार- शाह
उन्होंने कहा कि जब पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की तो किसी ने नहीं सोचा कि इसका स्वास्थ्य से कोई लेना-देना है, लेकिन स्वच्छता अभियान और शौचालय बनाने के लिए सर्वेक्षण किए गए। इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य, खासकर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में व्यापक सुधार हुआ है।