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गुजरात में चांदीपुरा वायरस से एक और बच्‍चे की मौत, राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश में भी मामले आए सामने; सरकार ने दी लोगों को ये सलाह

Chandipura virus in Gujarat गुजरात में चांदीपुरा वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। आज यहां चांदीपुरा के कारण अस्पताल में एक और बच्चे की मौत हो गई। गुजरात के अलावा चांदीपुरा वायरस के मामले राजस्थान मध्यप्रदेश में भी सामने आए हैं। इस वायरस के कई लक्षण हैं जिसमें सर्दी खांसी पेटदर्द डायरिया उल्‍टी की शिकायत शामिल है।

By Jagran News Edited By: Versha Singh Updated: Tue, 16 Jul 2024 04:09 PM (IST)
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गुजरात में बढ़ रहे चांदीपुरा वायरस के मामले (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात में चांदीपुरा वायरस से एक और बच्‍चे की मौत हो गई। उत्‍तर गुजरात के साबरकांठा और अरवल्‍ली जिले में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीमें एक दर्जन गांवों में सर्वे कर चुकी हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ऋषीकेश पटेल ने एक वीडियो शेयर की अपील की है कि वर्षा ऋतु में यह वायरस फैलता है तथा इससे घबराने की जरुरत नहीं है, राज्‍य में अब तक इससे ग्रस्‍त 12 मामले सामने आ चुके हैं।

राज्‍य का स्‍वास्‍थ्‍य विभाग चांदीपुरा वायरस को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। बीते सप्‍ताह इस वायरस ने 4 बच्‍चों की जान ले ली थी, हिम्मतनगर सिविल अस्‍पताल में भर्ती एक और बच्‍चे की रविवार शाम को इससे मौत हो गई।

राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी सामने आए मामले

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीमें अब तक हिम्‍मतनगर तहसील के पीपलिया, रामपुर, हथरोल, रुपाल, कंपा गांव, खेडब्रम्‍हा तहसील के दिग्‍थली, भरमिया, सेबलिया, नाना कोदरिया, मामा पीपरी, उभा पोणा, पारगी फलियू आदि गांवों के करीब 3 हजार घरों का सर्वे किया।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि चांदीपुरा वायरस से ग्रस्‍त साबरकांठा में 4, अरवल्‍ली में 3, महीसागर व खेडा में 1-1, राजस्‍थान के 2 व मध्‍यप्रदेश का एक मामला राज्‍य में सामने आया है।

पानी जमा होने के कारण वायरस फैलने का डर

अहमदाबाद के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश शर्मा बताते हैं कि मानसून में सर्दी, खांसी, पेटदर्द, डायरिया, उल्‍टी की शिकायत होने पर उपचार के साथ पीसीआर (पोलीमरेज चेन रिएक्शन) टेस्‍ट कराएं। गंदगी, पशुओं के मल-मूल और पानी जमा होने के कारण यह रोग फैलने का डर होता है।

हिम्‍मतनगर सिविल अस्‍पताल के निवासी स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ. विपुल जानी ने बताया कि अस्‍पताल में अब तक संदिग्‍ध चांदीपुरा वायरस के 8 मामले सामने आए हैं, इनमें से 5 की मौत हो चुकी है जबकि 3 का उपचार चल रहा है। म्रतकों में एक राजस्‍थान की खेरवाडा तहसील का बालक शामिल है जबकि साबरकांठा व अरवल्‍ली के दो दो बच्‍चे हैं।

गुजरात सरकार में स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि चांदीपुरा वायरस जनित रोग नया नहीं हैं, इससे घबराएं नहीं सावधानी बरतें। सामान्‍यतया वर्षा ऋतु में सेंड फ्लाय मक्‍खी के काटने से यह रोग फैलता है। 9 माह से 14 वर्ष के बच्‍चों में यह पाया जाता है, राज्‍य में अब तक इसके 12 मामले सामने आए हैं। बच्‍चों में बुखार, उल्‍टी – दस्‍त, सिरदर्द और नसों में खिंचाव आना इसके लक्षण होते हैं।

चांदीपुरा वायरस के क्या हैं लक्षण?

चांदीपुरा वायरस बीमारी की शुरुआत अक्सर तेज बुखार के साथ होती है। इसके अलावा पीड़ित व्यक्ति को बुखार के बाद दौर पड़ना, दस्त और उल्टी जैसे लक्षणों का अनुभव होता है। ऐसे में इस बारे में अगर जागरूकता कम हो, तो यह मौत का कारण बन सकती है।

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