BJP नेता और 2 पत्रकारों ने रची गुजरात के पूर्व IPS को बदनाम करने की साजिश, ATS ने पांच को किया गिरफ्तार
Gujarat ex-IPS Defamation Case पूर्व आईपीएस और गुजरात के सेवानिवृत्त डीजीपी को गलत तरीके से फंसाने और बदनाम करने के लिए एक फर्जी हलफनामा बनाया गया था। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लिहाजा गृह विभाग की अधिसूचना के बाद एटीएस द्वारा जांच की गई है।
By Babli KumariEdited By: Babli KumariUpdated: Mon, 13 Feb 2023 02:21 PM (IST)
अहमदाबाद, आनलाइन डेस्क। पूर्व आईपीएस और गुजरात के सेवानिवृत्त डीजीपी को गलत तरीके से फंसाने और बदनाम करने के लिए एक फर्जी हलफनामा बनाया गया था। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लिहाजा गृह विभाग की अधिसूचना के बाद एटीएस द्वारा जांच की गई और एक भाजपा नेता सहित 5 लोगों, दो पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया।
एटीएस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार
एक हलफनामा तैयार किया गया और पूर्व आईपीएस और पुलिस विभाग को बदनाम करने की साजिश रची गई। राज्य के एक पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के खिलाफ फर्जी हलफनामा बनाने के मामले में गृह विभाग ने जांच के आदेश दिये। इस मामले की जांच एटीएस (गुजरात एटीएस) को सौंपी गई थी। जिसमें एटीएस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना से संबंधित अपराध गांधीनगर सेक्टर 7 में दर्ज किया गया है। पुलिस ने अपराध दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की है। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने दो उच्चाधिकारियों को फंसाने की साजिश रची। इस घटना में जी.के. प्रजापति की अहम भूमिका रहने की संभावना है। हालांकि पूरी जानकारी आगे की जांच के बाद सामने आएगी।
दोनों पत्रकारों ने लिए 5 लाख रुपए
पूरी साजिश एक बीजेपी नेता और दो पत्रकारों ने रची थी. दुष्कर्म का झूठा हलफनामा बनाकर महिला से रंगदारी की योजना बनाई गई। दोनों पत्रकारों ने पूर्व डीजीपी को बदनाम करने के लिए पांच लाख रुपये लिए थे। शपथपत्र को वायरल करने और अखबारों में छापने के लिए पैसे लिए गए। मीडिया में आने के बाद ब्लैकमेल कर रंगदारी मांगने की साजिश रची गई।
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