Chandipura Virus: गुजरात में चांदीपुरा वायरस का कहर, टेस्ट के लिए भेजे गए सैंपल में से 8 पॉजिटिव; 4 मामले संदिग्ध
चांदीपुरा वायरस के मामलों पर हिम्मतनगर के सिविल अधीक्षक डॉ. परेश शीलदारिया ने कहा हिम्मतनगर में चांदीपुरा वायरस के चार संदिग्ध मामले सामने आए हैं। वायरस के 30 नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। हमें 27 नमूनों के परिणाम प्राप्त हुए हैं जिनमें से 19 नमूने नकारात्मक हैं 8 नमूने सकारात्मक हैं और तीन नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार है।
एएनआई, अहमदाबाद। मानसून के साथ ही चांदीपुरा वायरस के मामलों में तेजी आई है और सबसे ज्यादा मामले गुजरात से सामने आ रहे हैं। राज्य में अब तक वायरल बुखार के लगभग 140 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 52 में बीमारी का कारण चांदीपुरा वायरस रहा है।
तीन सैंपल के रिपोर्ट का इंतजार
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए चांदीपुरा वायरस के मामलों पर हिम्मतनगर के सिविल अधीक्षक डॉ. परेश शीलदारिया ने कहा, "हिम्मतनगर में चांदीपुरा वायरस के चार संदिग्ध मामले सामने आए हैं। वायरस के 30 नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। हमें 27 नमूनों के परिणाम प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 19 नमूने नकारात्मक हैं, 8 नमूने सकारात्मक हैं और तीन नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार है।"
#WATCH | Sabarkantha: On the cases of Chandipura virus, Civil Superintendent Himmatnagar, Dr Paresh Sheeladaria says, "There are four suspected cases of Chandipura virus in Himmatnagar...30 samples of the virus have been sent for testing. We have received the results of 27… pic.twitter.com/8JTB3j8oOk
— ANI (@ANI) August 2, 2024
गुरुवार तक 140 सामने आए थे 140 मामले
स्वास्थ्य विभाग से गुरुवार तक मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है। विभाग ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों में वायरल बुखार से पीड़ित 140 लोगों में से 58 रोगियों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा 57 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।जिन जिलों में चांदीपुरा वायरस के अधिकांश मामले पाए गए उनमें पंचमहल (7), साबरकांठा (6), मेहसाणा (5), खेड़ा (4), कच्छ (3), राजकोट (3), सुरेंद्रनगर (3), अहमदाबाद (3) और अरवल्ली (3) शामिल हैं। चांदीपुरा वायरस की वजह से बुखार होता है जिसके लक्षण फ्लू और तीव्र एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) के जैसे होते हैं। यह मच्छरों, कीट और बालूमक्खी से फैलता है।
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