गुजरात चुनावों में पैसों की कमी से जूझ रहे कांग्रेसी उम्मीदवार, क्राउड फंडिंग के जरिए धनराशि जुटाने की कवायद
गुजरात चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार पैसों की कमी का सामना कर रहे हैं। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी ने क्राउड फंडिंग से पैसा जुटाना शुरु कर दिया है। इसके जरिये उन्होंने 40 लाख रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Fri, 25 Nov 2022 09:30 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद: गुजरात चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार पैसों की कमी का सामना कर रहे हैं। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी ने क्राउड फंडिंग से पैसा जुटाना शुरु कर दिया है। भाजपा के दिग्गज नेताओं के खिलाफ मैदान में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी हों या पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी, पार्टी के चुनावी प्रबंधकों से लगातार पैसों की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पैसे नहीं मिल रहे। मेवाणी ने अब क्राउड फंडिंग शुरु की है। इसके जरिये उन्होंने 40 लाख रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। उन्हें नौ दिन में 795 लोग नौ लाख रुपये से अधिक की मदद कर चुके हैं। मेवाणी को गुजरात, राजस्थान, नोएडा, दिल्ली व अन्य शहरों से भी मदद मिल रही है, तीस्ता सीतलवाड़ के नाम से भी उन्हें 30 हजार रुपये की मदद मिली है।
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कांग्रेस ने शर्मा बंधुओं की सौंपी अहम जिम्मेदारियां
कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव में डा. रघु शर्मा व आलोक शर्मा को अहम जिम्मेदारियां सौंपी हैं। राजस्थान के पूर्व मंत्री एवं गुजरात कांग्रेस के प्रभारी डा. रघु शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत सारे केंद्रीय मंत्री गुजरात में डेरा जमाए हैं। उनका कहना है कि इस चुनाव में मुद्दों पर बात होनी चाहिए, प्रदेश में कांग्रेस व भाजपा ने लगभग बराबर समय तक राज किया है, इसलिए दोनों के काम की समीक्षा भी की जानी चाहिए। राज्य में महंगाई एवं बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। लोग महंगाई एवं बेरोजगारी से परेशान हैं।भारत जोड़ो यात्रा का है बड़ा उद्देश्य
डा. रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बड़े उद्देश्य से भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं। इसका उद्देश्य देश को एकता के सूत्र में बांधने का है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा का दावा है कि अब तक भाजपा अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, राजकोट, जामनगर, भावनगर , जूनागढ एवं गांधीनगर की करीब 55 सीटों में से 42 से अधिक सीटें आसानी से जीत लेती थीं, लेकिन इस बार शहरी सीटों में सेंध लगेगी।कांग्रेस को नुकसान पहुंचाएगी AAP
आलोक शर्मा का मानना है कि आम आदमी पार्टी जिन सीटों पर 10 प्रतिशत से कम वोट हासिल करेगी उसका नुकसान कांग्रेस को होगा, लेकिन आप का वोट प्रतिशत 10 प्रतिशत से अधिक होता है तो उसका नुकसान भाजपा को होगा। उनका आरोप है कि मीडिया से गुजरात के असली मुद्दे गायब हैं।
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