Gujarat: गुजरात विधानसभा में कांग्रेस से छिना विपक्ष का कार्यालय, राजनीति हुई तेज; लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने तेज की तैयारियां
गुजरात में कांग्रेस अपने विधायकों का विशवास खोने के साथ विधानसभा में नेता विपक्ष का कार्यालय भी खो चुकी है। वहीं महाराष्ट्र मध्य प्रदेशराजस्थान के साथ अन्य राज्यों में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच गुजरात के सत्ता के गलियारों में इस बात चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस के कुछ पूर्व अध्यक्ष भी पाला बदल सकते हैं।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। गुजरात में कांग्रेस अपने विधायकों का विशवास खोने के साथ विधानसभा में नेता विपक्ष का कार्यालय भी खो चुकी है। भाजपा के निशाने पर अभी कुछ और कांग्रेस विधायक हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश्,राजस्थान में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने की अटकलों के बीच गुजरात के सत्ता के गलियारों में इस बात चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस के कुछ पूर्व अध्यक्ष भी पाला बदल सकते हैं।
अयोध्या में राममंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पूर्व अध्यक्ष एवं विधायक अर्जुन मोढवाडिया समेत कई नेताओं ने सीधे कांग्रेस आलाकमान को नसीहत दे डाली थी। लोकसभा चुनाव से पहले मोढवाडिया पर भाजपा डोरे डाल रही है ताकि पोरबंदर के गढ़ को मजबूत किया जा सके।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकार्ड 156 सीटों मिली जीत
गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकार्ड 156 सीटों पर जीत दिलाकर एक नया कीर्तिमान तो स्थापित किया ही है अब आगामी लोकसभा चुनाव में वे राज्य की सभी 26 लोकसभा सीट को पांच - पांच लाख के अंतर से जीतने का दावा कर रहे हैं।गौरतलब है कि खुद पाटिल ने गत लोकसभा चुनाव देश में सबसे अधिक मतों से करीब 6 लाख 89 हजार के अंतर से जीता था। जबकि केंद्रीय ग्रहमंत्री अमित शाह ने 5 लाख 57 हजार मतों के अंतर से जबकि वडोदरा से रंजन भट्ट 5 लाख 89 हजार मतों से चुनाव जीती थी। पाटिल जब लक्ष्य तय करते हैं तो उसकी रणनीति पहले तैयार कर चुके होते हैं, उनका काम इसलिए और आसान हो रहा है चूंकि कांग्रेस चुनाव से पहले ही हथियार डाल चुकी है।
आम आदमी पार्टी में चल रही खींचतान
गत विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के बीच जिस तरह की खींचतान हुई थी ठीक वैसा ही अब नजर आ रहा है। इस बार विधानसभा के सत्र के दौरान कांग्रेस औपचारिक विरोध भी नहीं कर पा रही है, जिसे देखकर पार्टी की हालत, जीत की चाहत मिटी, चिंता घटी और मनवा बेपरवाह जैसी लगती है। विधानसभा की 10 प्रतिशत से कम सीटें होने के कारण कांग्रेस को नेता विपक्ष का पद नहीं मिल सका और अब इसका कार्यालय भी पार्टी से छिन गया।बीते कुछ दिनों में गुजरात विधानसभा के 4 विधायक इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं, संभवत लोकसभा के साथ विधानसभा की इन सीटों पर भी चुनाव होगा। उल्लेखनीय है कि 182 सदस्यों वाली विधानसभा में अब 178 सदस्य रहे हैं। कांग्रेस के 2 विधायक वीजापुर से सी जे चावडा, खंभात से चिराग पटेल, एक निर्दलीय तथा आम आदमी पार्टी के विसावदर से विधायक भूपत भायाणी पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
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