6 शहर, 23 ठिकाने; गुजरात में ED का दिखा जबरदस्त एक्शन, आखिर किस मामले को लेकर जांच एजेंसी ने की कार्रवाई?
ED Raids in Gujarat ईडी ने जानकारी दी कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी के मामले पर छापेमारी की जा रही है। पूरी घटना को लेकर एक अधिकारी ने कहा है कि मामले से जुड़े संदिग्धों के दफ्तरों और आवासीय ठिकानों पर छापेमारी की गई। कुछ दिनों पहले जीएसटी फ्रॉड केस में वरिष्ठ पत्रकार महेश लांगा को गिरफ्तारी किया गया था।
जेएनएन, अहमदाबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के छह शहरों में 23 जगहों पर छापेमारी की। ईडी की टीम ने सूरत, राजकोट, जूनागढ़, अहमदाबाद, भावनगर और वेरावल में छापेमारी की।
ईडी ने जानकारी दी कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी के मामले पर छापेमारी की जा रही है। पूरी घटना को लेकर एक अधिकारी ने कहा है कि मामले से जुड़े संदिग्धों के दफ्तरों और आवासीय ठिकानों पर छापेमारी की गई।
क्राइम ब्रांच ने वरिष्ठ पत्रकार को किया था गिरफ्तार
यह छापेमारी वरिष्ठ पत्रकार महेश लांगा कि गिरफ्तारी के बाद हुई है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने वरिष्ठ पत्रकार को जीएसटी फ्रॉड मामले में 8 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। अगले दिन कोर्ट ने उन्हें 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।
धोखाधड़ी के लिए जाली दस्तावेजों का किया था इस्तेमाल
जीएसटी के दस्तावेजों का उपयोग करके अपनी पत्नी और पिता के नाम पर स्थापित फर्जी कंपनियों से जुड़े संदिग्ध लेनदेन का खुलासा करने के बाद लंगा को हिरासत में ले लिया गया था। झूठे इनपुट टैक्स क्रेडिट और धोखाधड़ी गतिविधियों के माध्यम से सरकार को धोखा देने के मामले में उनके खिलाफ एफआईआर) दर्ज की गई थी।
इससे पहले ईडी ने सोमवार को झारखंड में 18 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ईडी ने छापेमारी करते हुए विभिन्न ठिकानों से बैंकिंग लेनदेन सहित अन्य कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों, जमीन के कागजात, डिजिटल साक्ष्य आदि को जब्त किया है।
गुरुग्राम में 15 जगहों पर ED ने मारे थे छापे
इससे पहले 10 अक्टूबर को (ईडी ED) ने वाटिका लिमिटेड और अन्य के विरुद्ध धन शोधन के मामले में नई दिल्ली और गुरुग्राम में 15 जगहों पर छापे मारे। , यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत की गई है। ईडी के मुताबिक, कई निवेशकों ने वाटिका लिमिटेड में पैसा लगाया, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिला।
कैसे काम करती है ईडी?
एंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) आर्थिक अपराध और विदेशी मुद्रा कानून के उल्लंघन की जांच के लिए बनाई गई है। ईडी, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (Fema) के तहत कार्रवाई करती है। ईडी आपराधिक श्रेणी वाले वित्तीय धोखेधाड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले पर नजर रखती है। प्रीवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के तहत ईडी कार्रवाई करती है.
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