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गुजरात में पूर्व आईएएस अफसर बीडी निनामा गिरफ्तार, सरकारी अनुदान में घोटाले का आरोप

गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी बीडी निगमा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बीडी निगमा पर फर्जी कार्यालयों के माध्यम से 18.59 करोड़ रुपये के सरकारी अनुदान में घोटाला करने के आरोप हैं। उन पर घोटाले को अंजाम देने में आरोपियों की मदद करने का भी आरोप है। संदीप राजपूत और उसके साथी अंकित सुथार को गिरफ्तार किया जा चुका है।

By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 28 Nov 2023 11:31 PM (IST)
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गुजरात में पूर्व आईएएस अधिकारी गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

एजेंसी, दाहोद। गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी को एक घोटाले के संबंध में दाहोद जिले में गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ सिंचाई संबंधी परियोजनाओं को लागू करने के लिए फर्जी कार्यालयों के माध्यम से 18.59 करोड़ रुपये के सरकारी अनुदान में घोटाला करने के आरोप हैं।

छोटा उदेपुर में भी सामने आया था घोटाले का मामला

यह घटनाक्रम छोटा उदेपुर जिले में इसी तरह के घोटाले का पर्दाफाश होने के एक महीने बाद आया है, जहां सिंचाई परियोजनाओं के लिए कार्यकारी अभियंता का एक फर्जी कार्यालय स्थापित कर सरकारी अनुदान में 4.16 करोड़ रुपये का हेरफेर किया गया था।

घोटाले के आरोप में गिरफ्तार हुए पूर्व आईएएस

फरवरी में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी बीडी निनामा को दाहोद पुलिस ने घोटाले को अंजाम देने में अन्य आरोपितों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस दौरान वह राज्य सरकार की जनजातीय क्षेत्र उप योजना के परियोजना प्रशासक थे।

इससे पहले, दाहोद पुलिस ने घोटाले के सरगना संदीप राजपूत और उसके साथी अंकित सुथार को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, राजपूत ने 18.59 करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान प्राप्त करने के लिए दाहोद में सिंचाई परियोजना प्रभाग के कार्यकारी अभियंता के नाम पर छह फर्जी कार्यालय स्थापित किए थे। इसके लिए प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई थी।

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