जागरण स्पेशल: UAE में बने हिंदू मंदिर के बारे में डॉ मुस्तफा सासा ने कहा- 'यह मानवता का मंदिर है', स्थानीय कम्युनिटी लीडर्स ने क्या कहा?
अबू धाबी में पहले BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन महंत स्वामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी यानी वसंत पंचमी को करेंगे। डॉ. मुस्तफा सासा (दाउदी बोहरा मुस्लिम समुदाय) ने कहा यह मंदिर सभी के लिए एक केंद्र बन जाएगा क्योंकि मैंने देखा है कि विभिन्न धर्मों के लोग यहां आए हैं और सभी ने एक ईंट रखी है और मैं भी वहां एक ईंट रखने के लिए भाग्यशाली था।
किशन प्रजापति, अहमदाबाद। अबू धाबी में पहले BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन महंत स्वामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी यानी वसंत पंचमी को करेंगे।
इस पल का हर भारतीय और हरिभक्त को बेसब्री से इंतजार है। UAE के स्थानीय कम्युनिटी के लीडर्स ने इस भव्य मंदिर के बारे में अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसे हम यहां शब्दशः प्रस्तुत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'एक हिंदू और एक भारतीय के रूप में यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।'
सबसे बड़ी भारतीय महिला कम्युनिटी
'इंडियन वुमेन इन दुबई' (IWD) की संस्थापक रीमा महाजन ने कहा, '60,000 से अधिक महिलाओं के साथ यहां सबसे बड़ी भारतीय महिला कम्युनिटी हैं। मुझे लगता है कि मध्य पूर्व में पहले पारंपरिक हिंदू मंदिर का खुलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। यह सद्भाव, विभिन्न संस्कृतियों, समुदायों के एक साथ आने का वैश्विक प्रतीक है। हिंदू होने के नाते, भारतीय होने के नाते, यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।रेगिस्तान में यह मंदिर इसका एक बड़ा प्रतीक
दुबई संभावनाओं की भूमि है और रेगिस्तान में यह मंदिर इसका एक बड़ा प्रतीक है। मैं अपने परिवार के साथ इस मंदिर के दर्शन करने के लिए उत्सुक हूं। मेरे बच्चे दुबई में पैदा हुए और पले-बढ़े हैं। वे नहीं जानते कि संस्कृति, परंपरा का मतलब क्या होता है। वे सदैव विदेशी रहे हैं। यहां उन्हें पता चलेगा कि भारतीय संस्कृति क्या है और यह इस मंदिर का फल है। शाही परिवारों ने यहां मंदिर बनाने की अनुमति दी है, इससे सभी पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।'शाही परिवारों ने यहां मंदिर बनाने की अनुमति दी
रमेश दवे (इस्कॉन) ने कहा, 'UAE में बहुत लंबे समय तक रहने के बाद, हम सभी को उम्मीद थी कि एक दिन, यहां एक मंदिर होगा और यह मंदिर वास्तव में हजारो वर्षो में बनती एक अनन्य घटना के रूप में उभर कर आया है। शाही परिवारों ने यहां मंदिर बनाने की अनुमति दी और यह आने वाली सभी पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। आने वाली पीढ़ियों को पता चलेगा कि सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है, सद्भाव महत्वपूर्ण है, शरीर और मन में सामंजस्य होना चाहिए। किसी चमत्कार से कम नहीं है यह मंदिर! हम इस मंदिर के निर्माण से बेहद खुश हैं।'
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।