Gujarat Election 2022: गुजरात चुनाव के पहले चरण में 89 सीटों पर मतदान, मैदान में 700 से ज्यादा उम्मीदवार
Gujarat Election 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए 1 दिसंबर 2022 को मतदान होंगे। पहले चरण में 19 जिलों की 89 सीटों पर वोटिंग होगी। 788 उम्मीदवारों की किस्मत पहले चरण में दांव पर लगी है।
By TilakrajEdited By: Updated: Wed, 23 Nov 2022 10:52 AM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Gujarat Election phase 1 voting 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 (Gujarat Assembly Election 2022) में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है। भाजपा के सामने यहां सत्ता बचाने की चुनौती है। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बड़े-बड़े दावे कर रही है। इस बार गुजरात में किसकी सरकार बनेगी, ये 8 दिसंबर को पता चल जाएगा। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों 1 और 5 दिसंबर 2022 को चुनाव होने हैं। पहले चरण में 1 दिसंबर को 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान होगा।
गुजरात चुनाव के पहले चरण में 788 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर...!
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है। संविधान के तहत उससे पहले नई विधानसभा का गठन होना जरूरी है। 182 विधायकों वाली गुजरात विधानसभा के लिए दो चरणों में मतदान हो रहे हैं। 1 दिसंबर को पहले चरण के लिए 89 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 788 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर होगी।
पहले चरण में इन 19 जिले में मतदान
गुजरात में पहले चरण का मतदान बेहद मायने रखता है, क्योंकि इस दौरान कई ऐसे जिलों में मतदान होगा जिससे पूरे चुनाव का रुख बदल सकता है। वो 19 जिले जिसमें पहले चरण में मतदान होगा उनमें कच्छ, सुरेंद्रनगर, मोरबी, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, बोटाद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग्स, नवसारी, और वलसाड जिले शामिल हैं।Fact Check : साउथ अफ्रीका के जुलू रियासत के राजकुमार की तस्वीर को भीमा कोरेगांव युद्ध से जोड़कर किया जा रहा वायरल
Gujarat Assembly Election 2022 में 4 करोड़ से ज्यादा मतदाता
चुनाव आयोग के मुताबिक, गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए इस बार 4 करोड़ 91 लाख 17 हजार 308 लोग मतदान सूची में हैं। इनमें से ज्यादातर युवा मतदाता हैं। विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने कुल 51,782 पोलिंग बूथ बनाने का फैसला किया है। चुनाव के तहत 142 माडल पोलिंग वोटिंग सेंटर भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा आयोग ने बताया है कि दिव्यांगों के लिए भी उचित सुविधाएं की जाएंगी।Gujarat Election के पहले चरण की महत्वपूर्ण सीटें
- मोरबी गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से 65 क्रमांक की सीट है। यह मोरबी जिले में स्थित है और इसकी लोकसभा सीट कच्छ है। 2013 में मोरबी को एक अलग जिला घोषित किया गया था। मोरबी में बड़ी आपदाएं आ चुकी हैं। 1979 में, मच्छू-2 बांध टूट गया था जो विनाशकारी तबाही का कारण बना। इस साल भी मोरबी में पुल हादसा हुआ है। इसलिए सबकी निगाहें इस सीट पर टिकी हुई हैं।
- अमरेली गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से 95 क्रमांक की सीट है। यह अमरेली जिले में स्थित है और इसकी लोकसभा सीट अमरेली है। अमरेली तालुका और वाडिया तालुका के गांव इस सीट में शामिल हैं। गुजरात के पहले मुख्यमंत्री डॉ जीवराज मेहता अमरेली विधानसभा क्षेत्र के ही रहने वाले थे। कवि रमेश पारेख भी अमरेली के ही थे। 1985 से 1998 तक यह सीट बीजेपी का गढ़ थी। इस सीट से बीजेपी के दिलीप संघाणी ने 2007 में फिर जीत हासिल की थी। परेश धनाणी ने 2012 और 2017 में फिर से जीत हासिल की।
- टंकारा गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से 66वीं सीट है। यह मोरबी जिले में स्थित है और इसकी लोकसभा सीट सुरेंद्रनगर है। इस सीट में टंकारा तालुका और पडधरी तालुका के गांवों को शामिल किया गया है। आर्य समाज के संस्थापक और महान विचारक स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म टंकारा में हुआ था। 2017 में कांग्रेस ने यह सीट बीजेपी से छीन ली थी।
- राजकोट पश्चिम गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से 69वीं सीट है। यह राजकोट जिले में स्थित है और इसकी लोकसभा सीट राजकोट है। इस सीट में राजकोट महानगर निगम के 8 वार्ड शामिल किए गए हैं। यह सीट एक अनोखे इतिहास वाली सीट है। इस सीट पर 1985 से बीजेपी प्रत्याशी जीतते आ रहे हैं। यहां से सात चुनाव वजुभाई वाला ने जीते हैं। जब 2002 में नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने उनके लिए यह सीट खाली कर दी। इस सीट ने नरेंद्र मोदी और विजय रूपाणी के रूप में राज्य को दो मुख्यमंत्री दिए हैं।