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Gujarat News: कांडला की केमिकल फैक्ट्री में बड़ा हादसा, जहरीली गैस की चपेट में आने से पांच कर्मचारियों की मौत

कच्छ के कांडला में एक एग्रो टेक कंपनी में बुधवार को वेस्ट लिक्विड टैंक की सफाई के दौरान सुपरवाइजर समेत पांच लोगों की मौत हो गई है। एक सुपरवाइजर समेत पांच कर्मचारी कंपनी के वेस्ट लिक्विड टैंक की सफाई कर रहे थे तभी टैंक से निकली गैस के कारण सुपरवाइजर टैंक में गिर गया। उसे बचाने के लिए ऑपरेटर भी टैंक में कूद गए और उनकी भी मौत हो गई।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Wed, 16 Oct 2024 05:48 PM (IST)
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कांडला में स्थित इमामी एग्रो प्लांट (File Photo)

जेएनएन, कांडला। गुजरात के कच्छ जिले के कांडला में इमामी एग्रो प्लांट में एक सुपरवाइजर समेत पांच कर्मचारियों की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब वे एक केमिकल टैंक की सफाई कर रहे थे। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट्री में केमिकल टैंक की सफाई करते समय जहरीले धुएं के संपर्क में आने से कर्मचारियों की मौत हो गई।

तेल टैंक की सफाई के समय हुई घटना

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों में चार प्रवासी मजदूर थे, जबकि एक पाटन जिले का रहने वाला था। माना जा रहा है कि यह हादसा बुधवार सुबह उस समय हुआ जब वे एक तेल टैंक की सफाई कर रहे थे। पुलिस और फैक्ट्री इंस्पेक्टर दोनों ने जांच शुरू कर दी है।

एग्रोटेक प्लांट में हुआ हादसा

गुजरात के कांडला में इमामी एग्रोटेक प्लांट खाद्य तेल, बायोडीजल, रिफाइंड पाम, सोयाबीन तेल और वनस्पति घी का उत्पादन करती है। इसकी उत्पादन क्षमता 3,200 टन प्रतिदिन है। कच्छ (पूर्व) के पुलिस अधीक्षक सागर बागमार ने बताया कि यह घटना बुधवार को एग्रोटेक प्लांट में करीब 12:30 बजे हुई। दुर्घटना के समय कर्मचारी अपशिष्ट उपचार संयंत्र की सफाई कर रहे थे।

मृतकों की हुई पहचान

एसपी बागमार ने बताया कि एक कर्मचारी कीचड़ निकालने के लिए टैंक में घुसा और बेहोश हो गया। जब दो अन्य कर्मचारी उसे बचाने के लिए दौड़े, तो वे भी बेहोश हो गए। दो और कर्मचारी भी उसके पीछे चले गए और सभी पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान सिद्धार्थ तिवारी, अजमत खान, आशीष गुप्ता, आशीष कुमार और संजय ठाकुर के रूप में हुई है।

इमामी एग्रोटेक लिमिटेड के प्लांट हेड मैनिक पाल ने कहा, हमें सूचना मिली कि दोपहर करीब 12.30 बजे कुछ लोग टैंक में बेहोश होकर गिर गए हैं। उन्हें बचाने की कोशिश में चार लोगों की जान भी चली गई। यह बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच चल रही है। हमने मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।'

सुरक्षा के उपायों पर उठे सवाल

उन्होंने कहा कि हालांकि, उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी, लेकिन वहां मौजूद अन्य कर्मचारी उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए, जहां सभी पांचों को मृत घोषित कर दिया गया। इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि खतरनाक काम करते समय कर्मचारियों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया क्यों नहीं कराए जाते हैं। उचित सुरक्षा उपायों की कमी पर व्यापक रूप से चर्चा होनी चाहिए।

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