गुजरात सरकार प्रदेश में साक्षरता का लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध, शाला प्रवेशोत्सव के जरिए छात्रों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
भूपेंद्र पटेल ने विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए ‘सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास’ से विकसित गुजरात का निर्माण करने का आह्वान करते हुए जोड़ा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए आवश्यक विकसित गुजरात की बुनियाद में शिक्षा है। उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार शिक्षकों द्वारा बच्चे को स्मार्ट क्लास कम्प्यूटर लैब स्किल बेस्ड एजुकेशन प्रदान करती है।
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि समाज के सभी वर्गों की बेटे-बेटियों के लिए शिक्षा सरल एवं सुलभ बनाने और सुदूरवर्ती परिवारों व गाँवों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा देकर साक्षरता दर में अधिकाधिक वृद्धि करने में शाला प्रवेशोत्सव काफी प्रभावकारी सिद्ध हुआ है।
पटेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुजरात में शिक्षा के स्तर में सुधार के साथ बेटियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए शुरू किए गए शाला प्रवेशोत्सव की 21वीं कड़ी के दूसरे दिन गुरुवार को छोटा उदेपुर में जिले में शालाओं में बच्चों का नामांकन कराते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने छोटा उदेपुर की पी. एम. तालुका शाला नंबर 1 का दौरा किया। उन्होंने बालवाटिका व कक्षा 1 में प्रवेश योग्य बच्चों था 9वीं एवं 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को शैक्षणिक किट्स देकर उमंगोल्लास के साथ उनका शाला प्रवेश कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा सुविधाएं प्रदान की हैं। बेटियों के लिए नमो लक्ष्मी योजना तथा साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थियों के लिए नमो सरस्वती योजना लागू की गई है। इतना ही नहीं; उच्च शिक्षा के लिए भी अनेक योजनाएं राज्य सरकार ने शुरू की हैं। राज्य सरकार के साथ शिक्षकों की सहभागिता एवं अभिभावकों की जागरूकता से गुजरात शिक्षा क्षेत्र में अग्रसर बना है।
उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार शिक्षकों द्वारा बच्चे को स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर लैब, स्किल बेस्ड एजुकेशन प्रदान करती है। शिक्षा में आमूल परिवर्तन हुआ है तथा स्कूल में बच्चों की नियमितता को लेकर भी शिक्षक सजग बने हैं।
भूपेंद्र पटेल ने विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ से विकसित गुजरात का निर्माण करने का आह्वान करते हुए जोड़ा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए आवश्यक विकसित गुजरात की बुनियाद में शिक्षा है।
उन्होंने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि वे सरकारी विद्यालयों के शिक्षा स्तर को श्रेष्ठ बनाने, प्रत्येक परिवार के बच्चे को शिक्षा प्राप्त कर सुसंस्कारी बनाने का लक्ष्य रखते हुए शिक्षक के रूप में अपने सेवा दायित्व का निर्वहन करें।पटेल ने क्लास रूम्स में जाकर पठन, लेखन, गणन कौशल, विद्यार्थियों की प्रवीणता की गहराई से पड़ताल की। उन्होंने स्मार्ट क्लास रूम सहित शाला की भौतिक सुविधाओं तथा स्कूल एन्वायर्नमेंट का निरीक्षण किया और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के साथ इस स्कूल की शिक्षा की गुणवत्ता के संदर्भ में विचार-विमर्श किया।
आरंभ में जिला कलेक्टर श्री अनिल धामेलिया ने स्वागत संबोधन में शाला प्रवेशोत्सव की पृष्ठभूमि दी तथा अंत में जिला विकास अधिकारी ने आभार व्यक्त किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मलकाबेन पटेल ने प्रासंगिक संबोधन किया।इस अवसर पर वर्ष 2005-06 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों शाला प्रवेश प्राप्त कर उज्ज्वल करियर बनाने वाले विद्यार्थियों तथा विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का मुख्यमंत्री ने सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने कक्षा 3 से 8 में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शील्ड प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शाला के लर्निंग कॉर्नर की विजिट की तथा विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण भी किया।
इस कार्यक्रम में विधायक राजेन्द्रसिंह राठवा, पूर्व सांसद नारणभाई राठवा, तहसील पंचायत अध्यक्ष कल्पनाबेन राठवा, अग्रणी उपेन्द्रभाई राठवा, जिला शिक्षाधिकारी आनंदकुमार परमार, जिला प्राथमिक शिक्षाधिकारी जे. के. परमार, अधिकारी, पदाधिकारी, विद्यार्थी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
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