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मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर के बल पर दुनिया को आकर्षित कर रहा गुजरात, Vibrant Gujarat से विकास की नई ऊंचाइयां छुएगा राज्य

दुनियाभर के निवेशकों के लिए गुजरात हमेशा से पहली पसंद रहा है। इस राज्य के जज्बे ने पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया है। यहां मिलने वाली सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण बिजनेस को बढ़ाने में आसानी होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अपने समृद्ध इतिहास में भारत हमेशा वैश्विक सामाजिक-आर्थिक विकास में उत्साही योगदानकर्ता रहा है।

By Jagran News Edited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 27 Dec 2023 06:25 PM (IST)
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जनवरी से होगा वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का आयोजन (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। दुनियाभर के निवेशकों के लिए गुजरात हमेशा से पहली पसंद रहा है। इस राज्य के जज्बे ने पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित किया है। यहां मिलने वाली सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण बिजनेस को बढ़ाने में आसानी होती है। एक बार फिर से गुजरात पूरी तरह निवेश को आकर्षित करने के लिए तैयार है। यहां पर अगले साल गुजरात के गांधीनगर में 10वीं वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में दुनिया के बड़े देश और संगठन भाग लेने में रुचि दिखा रहे हैं।

1960 में अलग राज्य के रूप में गठन के बाद से गुजरात ने औद्योगिक क्षेत्र में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज कराई है। वर्तमान में गुजरात के इंडस्ट्रियल सेक्टर में 6500 से अधिक बड़े उद्योग हैं और अन्य 3000 से ज्यादा को स्थापित करने का काम चल रहा है। 10 लाख से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग 26 लाख लोगों को रोजगार दे रहे हैं।

भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) द्वारा किए गए उद्योग के वार्षिक सर्वेक्षण (ASI) 2015-16 के के अनुसार, गुजरात में भारत के इंडस्ट्रियल सेक्टर में कार्यरत कुल लोगों का 11 फीसदी, सकल उत्पादन का 17 फीसदी और नेट वैल्यू एडेड का 17 फीसदी है। इस सर्वे ने पिछले 10 वर्षों में साइन किए गए और कार्यान्वित किए गए आईईएम (इंडस्ट्रियल MoM) की संख्या और कुल निवेशित पूंजी के मामले पहली रैंकिंग के माध्यम से भारत में सबसे अधिक औद्योगिक रूप से विकसित राज्य के रूप में गुजरात की स्थिति को मजबूत किया है।

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क्या कुछ बोले PM मोदी?

10वें वाइब्रेंट गुजरात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा,

अपने समृद्ध इतिहास में भारत हमेशा वैश्विक सामाजिक-आर्थिक विकास में उत्साही योगदानकर्ता रहा है। भारत के सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक गुजरात, आर्थिक विकास और राष्ट्र निर्माण में सबसे आगे रहा है। यह भावना वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में अंतर्निहित है, जो वास्तव में गुजरात और भारत की आर्थिक सफलता के सार का प्रतिनिधित्व करती है। मैं दुनिया को 10वें वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में भागीदार बनने और गुजरात में निवेश के असंख्य अवसरों की खोज करने के लिए आमंत्रित करता हूं। 

पिछले कुछ सालों में गुजरात ने अपने औद्योगिक सेक्टर में विविधता की है। अगर 1960-61 को देखा जाए तो इस दौरान राज्य में मुख्य रूप से कपड़ा एवं सहायक उद्योगों की इंडस्ट्री थी। पिछले कुछ सालों में राज्य में इंडस्ट्रियल स्पेक्ट्रम पूरी तरह से बदल गया है। हाल के सालों में रिफाइंड पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स राज्य के कुल औद्योगिक उत्पादन में 30.3% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़े औद्योगिक समूहों के रूप में उभरे हैं, इसके बाद कैमिकल्स की हिस्सेदारी 16.7% है। अन्य इंडस्ट्री ने भी यहां पर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। अगर अन्य सेक्टर की बात की जाए तो एग्रो एंड फूड प्रोडक्ट्स (8.5%), कपड़ा और परिधान (6.1%), बेसिक मेटल्स (6.3%), मशीनरी और उपकरण (4.2%), फार्मास्यूटिकल्स (3.7%) और प्लास्टिक एंड रबर उत्पाद (2.8%) लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। गुजरात की इंडस्ट्री में विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट तैयार होते हैं। 

राष्ट्रीय उत्पादन में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने वाले प्रोडक्ट्स हैं- सोडा ऐश की हिस्सेदारी 91%, नमक (78%), प्लास्टिक (65%), पेट्रोकेमिकल्स (62%), कच्चा तेल (तटवर्ती) (53%), रसायन और रसायन उत्पाद (32%), ग्लास और ग्लास उत्पाद (26%) और कपड़ा (19%)।

समय के साथ गुजरात इंडस्ट्रीज बढ़ाने में भी सफल हुआ है। 1960 में स्थापना के समय औद्योगिक विकास केवल चार प्रमुख शहरों अहमदाबाद, बड़ौदा, सूरत और राजकोट तथा मीठापुर और वलसाड जैसे इलाकों तक ही सीमित था। आज राज्य के लगभग सभी जिलों में अलग-अलग स्तर पर औद्योगिक विकास हुआ है।

गुजरात 5000 वर्षों से अधिक समय से व्यापार और वाणिज्य का केंद्र रहा है, जब लोथल का बंदरगाह तत्कालीन भारत को दुनिया से जोड़ता था। 10वां वाइब्रेंट गुजरात 2022 शिखर सम्मेलन हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित 'आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत' की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मैं वाइब्रेंट गुजरात 2022 शिखर सम्मेलन में आप सभी का स्वागत करता हूं, हमारे साथ जुड़ने के लिए क्योंकि हम एक आत्मनिर्भर भारत की नींव रख रहे हैं। गुजरात में आपका स्वागत है, विकास में आपका स्वागत है। - गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

एक मजबूत संस्थागत नेटवर्क स्थापित

खनिज, तेल और गैस, समुद्री, कृषि और पशु संपदा जैसे प्राकृतिक संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग के कारण इतने बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास संभव हो सका है। 60 के दशक में गुजरात में तेल और गैस की खोज ने पेट्रोलियम रिफाइनरियों, उर्वरक संयंत्रों और पेट्रोकेमिकल परिसरों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राज्य सरकार ने एक मजबूत संस्थागत नेटवर्क भी स्थापित किया है।

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गुजरात औद्योगिक विकास निगम (GIDC) ने पूरे राज्य में उद्योगों को विकसित भूखंड और तैयार निर्मित शेड प्रदान करने वाले औद्योगिक एस्टेट की स्थापना की। टर्म फाइनेंस, कच्चा माल, संयंत्र व उपकरण की खरीद और उत्पादों के विपणन के लिए सहायता प्रदान करने के लिए भी संस्थान स्थापित किए गए थे। बाद में सहायता सेवाओं के रूप में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना में सहायता प्रदान करने के लिए सभी जिलों में जिला उद्योग केंद्र (DIC) स्थापित किए गए। राज्य ने उद्योगों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाओं, जैसे बिजली, सड़क, बंदरगाह, जल आपूर्ति और तकनीकी शिक्षा संस्थानों का भी विकास किया।

बता दें कि सरकार ने क्षेत्रीय असंतुलन को ठीक करने के लिए मुख्य रूप से राज्य के अविकसित क्षेत्रों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर प्रोत्साहन योजनाएं भी शुरू की हैं। इन सभी पहलों ने गुजरात को भारत में एक अत्यधिक औद्योगिक राज्य और निवेशकों के लिए पसंदीदा विकल्प के रूप में उभरने में सक्षम बनाया है।

गुजरात का लक्ष्य

गुजरात इंड्रस्ट्रीज 4.0 के जरिए चौथी इंडस्ट्रियल क्रांति का अगुआ है। राज्य का टारगेट स्पेस तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन और सभी सेक्टर्स में स्मार्ट कनेक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास करना है। इसके साथ ही मजबूत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की बदौलत प्राइमरी सेक्टर्स को बढ़ावा देना है।

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